15 परिवारों को बेदखल नहीं कर पाये सुरक्षाकर्मी
अंडाल : काजोड़ा एरिया के चक्रमबाटी कॉलोनी स्थित घनश्याम कोलियरी के इसीएल क्वार्टरों में रह रहे 15 परिवार को काजोड़ा एरिया प्रबंधक सहित सीआईएसएफ इसीएल सिक्योरिटी उन परिवारों को निकालने में असमर्थ रहे. उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा. इसीएल क्वार्टरों में रह रहे दिलीप सिंह, जुगल बिन, बबलू सिंह, सुरेंद्र ठाकुर, नंदलाल नोनिया, लखन बिन […]
अंडाल : काजोड़ा एरिया के चक्रमबाटी कॉलोनी स्थित घनश्याम कोलियरी के इसीएल क्वार्टरों में रह रहे 15 परिवार को काजोड़ा एरिया प्रबंधक सहित सीआईएसएफ इसीएल सिक्योरिटी उन परिवारों को निकालने में असमर्थ रहे. उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा.
इसीएल क्वार्टरों में रह रहे दिलीप सिंह, जुगल बिन, बबलू सिंह, सुरेंद्र ठाकुर, नंदलाल नोनिया, लखन बिन ने बताया कि हमलोग विगत 15 साल के भी अधिक समय से क्वार्टर में रह रहे हैं. वह क्वार्टर खुला पड़ा था. गलत तरीके से बदमाश कोई आपत्तिजनक कार्य न करें जिस कारण से हमलोग क्वार्टर को अपने हिसाब से रिपेयरिंग कर उसमें रहते है.
परंतु पता नहीं आज इसीएल के अधिकारी हमें बेदखल करने पहुंच गये. इसी बीच एचएमएस के काजोड़ा नेता एवं तृणमूल कांग्रेस के जिला परिषद सदस्य विष्णुदेव नोनिया एवं अंडाल ब्लॉक युवा अध्यक्ष पार्थ देवासी व पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. इन लोगों ने बेदखल करने आये लोगों को रोका व उनसे बात की.
श्री नोनिया ने बताया कि जिस तरह से आज खास काजोड़ा ग्रुप्स ऑफ माइंड के कार्मिक प्रबंधक प्रलय सेन गुप्ता एवं अधिकारी घनश्याम कोलियरी स्थित चक्रमबाटी कॉलोनी पहुंच 15 परिवारों को निकालने के लिए पूरे फोर्स लेकर आए हैं. वे बातचीत कर इसे सुलझा सकते थे. पहले हमारे रहने की व्यवस्था इसीएल प्रदान करें, उसके बाद ही हमें निकाला जाये. उसके बाद लोग यहां से निकलेंगे.
इस बारे में कार्मिक प्रबंधक पोलाय सेनगुप्ता ने कहा कि क्वार्टर में सभी अवैध रूप से रह रहे हैं. मकान खाली करने के लिए एक महीना पहले ही नोटिस दिया गया था. जब लोगों ने मकान खाली नहीं किया तो हमलोग आज उन्हें निकालने के लिए पहुंचे थे. लेकिन हमें आज खाली हाथ लौटना पड़ा. हमने उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है.