कूड़ेदान की कमी के कारण पूरे इलाके में बिखरा है कचरा.
जामुड़िया : आसनसोल नगर निगम के वार्ड नंबर दो में कूड़ेदान की कमी से पूरे इलाके में कचरा फैला है. सफाई की लचर व्यवस्था को लेकर प्रशासन के प्रति लोगों में भारी नाराजगी है. मच्छरों के मारने लिए फॉगिंग मशीन का उपयोग नहीं होता है. वार्ड की देखरेख करने वाली पार्षद गीता कोड़ा के देवर कार्तिक कोड़ा ने दावा किया कि सफाई कर्मियों की कमी के बावजूद इलाके में सफाई व्यवस्था दुरुस्त है. जबकि जमीनी हकीकत उनके दावे से काफी दूर है.
आंखों देखीः वार्ड संख्या दो में जामुड़िया बस स्टैंड, जामुड़िया थाना मोड़, जोड़ा पोखर, पोस्ट ऑफिस के समीप ग्वालापाड़ा, तीन नंबर रेल स्टेशन के समीप नियमित कचरा नहीं उठाने के कारण इलाके में भारी दुर्गंध फैली हुई है. अधिकांश इलाकों में नालियों की सफाई ना होने के कारण नालियां ओवरफ्लो हो रही है.कूड़ेदान न होने के कारण लोग जहां-तहां कचरा फेंकने को मजबूर हैं.
क्या कहते हैं स्थानीय निवासी?
ग्वालापाड़ा निवासी श्याम बिहारी ने कहा कि उनके वार्ड में कभी-कभार ही सफाई होती है. कचरा फेंकने का निर्दिष्ट स्थान ना होने के कारण जहां-तहां कचरा लोग फेंक देते हैं. नाली जाम होने के कारण गंदा पानी ओवरफ्लो होकर बाहर फैला है. ब्लीचिंग पावडर और कीटनाशक का छिड़काव नहीं होता है.
ग्वालापाड़ा निवासी गौर हरी ने कहा कि इलाके में सफाई नहीं होती है. इसकी शिकायत पार्षद से करने पर वे सफाई कर्मी की कमी की बात कहकर चले जाते हैं. सफाई को लेकर इलाके के हाल-बेहाल है. देखने वाला कोई नहीं है.
ग्वालापाड़ा निवासी ओम प्रकाश भारती ने कहा कि वार्ड के सभी इलाकों में सफाई की स्थिति एक जैसी है. पूरे इलाके में कचरा भरा पड़ा है. लोग अब गंदे वातावरण में जीने के आदि हो गए हैं.
ग्वालापाड़ा निवासी मिथिलेश भारती ने कहा कि साफ-सफाई को लेकर लंबी लंबी बातें की जाती हैं, मुहल्ले की स्थिति क्या है? प्रशासनिक अधिकारी यहां आकर देखने पर उन्हें पता चलेगा. हर ओर का कचरा भरा पड़ा है. कूड़ेदान नहीं है. नालियों की कमी है. जो नालियां है, उसकी भी सफाई न होने से गंदा पानी चारों ओर फैला हुआ है. ब्लीचिंग पावडर और कीटनाशक का छिड़काव नहीं होता है.
थाना मोड़ निवासी शांति देवी ने कहा कि ब्लीचिंग पावडर और कीटनाशक का छिड़काव तो दूर की बात है, साफ-सफाई ही पर्व त्यौहार के समय हो जाती है. गंदगी के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
थाना मोड़ निवासी दिनेश साव ने कहा कि अधिकांश नालियां गंदगी के कारण ओवरफ्लो हो रही है. कूड़ेदान की भारी कमी है. कचरा की सफाई ना होने से जहां-तहां कचरा उड़ता रहता है. पूरे मोहल्ले में ही कचरा ही कचरा पड़ा भरा पड़ा है.
क्या कहते हैं वार्ड पार्षद?
वार्ड नंबर दो की पार्षद गीता कोड़ा के स्थान पर उनके देवर कार्तिक कोड़ा ही वार्ड को पूरी तरह से संचालित करते हैं. श्री कोड़ा ने बताया कि उनके वार्ड में 10 हजार मतदाता पर मात्र 6 सफाई कर्मी हैं. वार्ड के किसी मोहल्ले में कचरा अधिक होने पर अतिरिक्त सफाई कर्मी लगाकर कचरे का सफाई की जाती है. ब्लीचिंग पावडर तथा कीटनाशक का छिड़काव ईद, दुर्गापूजा, दीपावली, छठ तथा होली के समय किया जाता है. फॉगिंग मशीन का उपयोग बोरो चेयरमैन के वार्ड चार में ही होता है.