हुगली की नॉर्थब्रूक जूट मिल में तालाबंदी, तीन हजार श्रमिक बेरोजगार

प्रबंधन ने मिल गेट पर चस्पा किया सस्पेंशन ऑफ वर्क का नोटिस तालाबंदी के लिए मजदूरों को ठहराया जिम्मेदार मजदूरों का आरोप-प्रबंधन कर रहा है छंटनी हुगली : नॉर्थब्रूक जूट मिल में तालाबंदी हो गयी है. इससे तीन हजार मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. मंगलवार सुबह मिल गेट पर वाइस प्रेसिडेंट (एडमिनिस्ट्रेशन) सुदीप गुप्ता ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2020 2:12 AM

प्रबंधन ने मिल गेट पर चस्पा किया सस्पेंशन ऑफ वर्क का नोटिस

तालाबंदी के लिए मजदूरों को ठहराया जिम्मेदार
मजदूरों का आरोप-प्रबंधन कर रहा है छंटनी
हुगली : नॉर्थब्रूक जूट मिल में तालाबंदी हो गयी है. इससे तीन हजार मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. मंगलवार सुबह मिल गेट पर वाइस प्रेसिडेंट (एडमिनिस्ट्रेशन) सुदीप गुप्ता ने सस्पेंशन ऑफ वर्क का नोटिस चस्पा करवा दिया. नोटिस में तालाबंदी के लिए वाइंडिंग डिपार्टमेंट के मजदूरों को जिम्मेवार ठहराया गया है. नोटिस में कहा गया है कि समस्या के समाधान के लिए 27 और 30 दिसंबर 2019 को डिप्टी लेबर कमिश्नर, चंदननगर के यहां बैठक हुई.
लेकिन हड़ताली मजदूर काम पर लौटने के लिए तैयार नहीं थे. फलस्वरूप एक-एक कर सभी विभाग बंद हो गये. सुदीप गुप्ता के मुताबिक प्रबंधन ने अपनी ओर से गेट को खुला रखा और बार-बार मजदूरों से काम पर लौट आने की अपील की. लेकिन मजदूर इसके लिए तैयार नहीं थे. मिल की नौ ट्रेड यूनियनों के नेताओं ने अपनी ओर से हर प्रयास किया. लेकिन मजदूर अपनी जिद पर अड़े रहे. आखिरकार 6 जनवरी को डिप्टी लेबर कमिश्नर किंशुक सरकार ने फिर से चंदननगर के श्रमायुक्त कार्यालय में बैठक बुलायी. इस बैठक में भी मजदूर काम पर लौटने को तैयार नहीं थे. तब जाकर मंगलवार सुबह तालाबंदी का फैसला लिया गया.
उधर, मजदूरों का कहना है कि प्रबंधन अपनी इच्छानुसार मजदूरों की छंटनी कर रहा है. इससे खफा हो कर मजदूरों ने हड़ताल कर दी. श्रमिकों ने श्रमायुक्त कार्यालय में अपनी बात रखी. लेकिन प्रबंधन का कहना था पहले की तरह जूट बाजार नहीं है. जब जिस विभाग के मजदूरों की जरूरत पड़ेगी उसके मुताबिक ही उन्हें काम लिया जायेगा. इसी कारण मजदूर अपनी जिद पर अड़े रहे. तालाबंदी होने से मजदूरों के चेहरे पर मायूसी छा गयी है.

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