बैंक अधिकारी की सूझ-बूझ से साइबर ठगी का शिकार होने से बची ग्राहक

आसनसोल : बैंक ऑफ बड़ौदा आसनसोल के चीफ मैनेजर संजय कुमार सिंह की तत्परता से राम किशुन डंगाल निवासी बैंक की ग्राहक खुशबु वर्मा साइबर ठगों के झांसे में आने से बची और अपने मेहनत की कमाई से बैंक खाते में जमा राशि लूटने से बचा पायी. सुश्री वर्मा ने कहा कि सोमवार की सुबह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2020 2:38 AM

आसनसोल : बैंक ऑफ बड़ौदा आसनसोल के चीफ मैनेजर संजय कुमार सिंह की तत्परता से राम किशुन डंगाल निवासी बैंक की ग्राहक खुशबु वर्मा साइबर ठगों के झांसे में आने से बची और अपने मेहनत की कमाई से बैंक खाते में जमा राशि लूटने से बचा पायी.

सुश्री वर्मा ने कहा कि सोमवार की सुबह बैंक में पंजीकृत नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने खुद को बैंक मुख्यालय का वरिष्ठ अधिकारी बता कर फोन किया. अधिकारी ने उनके एटीएम के ब्लॉक होने और बैंक खाते में जमा रकम जब्त होने की धमकी देकर चालू रखने के लिए एटीएम में दर्ज 16 अंकों का नंबर बताने को कहा. भयभीत खुशबु ने एटीएम के 16 अंकों का नंबर बता दिया.

इसके बाद एटीएम के पिछे दर्ज तीन अंकों का सीवीवी नंबर और फोन पर भेजा गया ओटीपी नंबर मांगा. इतने में उनके भाई अमित कुमार वहां पहुंचे. खुशबु ने उन्हें पूरा मामला बताया और फोन उन्हें थमा दिया. उनसे कहा गया कि स्थानीय बैंक शाखा के अधिकारी के निर्देश पर उनसे सारे ब्यौरे मांगे जा रहे हैं.

अमित फोन पर बातें करते हुए अपने दोस्त के साथ निकटवर्ती बैंक के शाखा में पहुंचे और चीफ मैनेजर को सारी बातें अवगत करायी. चीफ मेनेजर के कड़ाई से पूछे जाने पर फर्जी अधिकारी सकते में आ गया. चीफ मेनेजर के निर्देश पर अमित ने अपने बहन के बैंक खाते की रकम दूसरे बैंक खाते में एनईएफटी के जरीये ट्रांसफर कर दिया. श्री सिंह ने कहा कि बैंक किसी भी ग्राहक के गोपनिय ब्यौरे नहीं मांगता.

ऐसे फर्जी अधिकारियों से ग्राहकों को सावधान रहना चाहिए. अमित ने कहा कि उनके बहन ने डेबिट कार्ड का 16 अंकों का नंबर फर्जी अधिकारी से साझा कर दिया था. रकम कहीं उड़ा न दिया जाये इससे बचने के लिए फर्जी अधिकारी को बातों में फंसाबर बैंक खाते की रकम दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दी गयी.

Next Article

Exit mobile version