विश्वभारती विश्वविद्यालय में एसएफआइ सदस्यों पर हमला

पानागढ़ : विश्व भारती शांतिनिकेतन में वाम समर्थित एसएफआइ छात्र नेताओं पर हमले का मामला सामने आया है. कई छात्र नेता गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना से विश्व भारती विश्वविद्यालय परिसर में तनाव की स्थिति है. छात्र संगठन के नेता स्वप्निल मुखोपाध्याय तथा फाल्गुनी पान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2020 2:37 AM

पानागढ़ : विश्व भारती शांतिनिकेतन में वाम समर्थित एसएफआइ छात्र नेताओं पर हमले का मामला सामने आया है. कई छात्र नेता गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना से विश्व भारती विश्वविद्यालय परिसर में तनाव की स्थिति है. छात्र संगठन के नेता स्वप्निल मुखोपाध्याय तथा फाल्गुनी पान को विश्वविद्यालय के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना को लेकर वाम छात्र संगठन की ओर से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) पर आरोप लगाया गया है. मुख्य आरोपी एबीवीपी नेता अचिंतो बागदी समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

उधर, घटना के संबंध में शांतिनिकेतन थाना पुलिस ने एबीवीपी के दो छात्र नेताओं अचिंतो बागदी व साबिर अली को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों को गुरुवार को बोलपुर महकमा अदालत में पेश किया गया. जहां से उन्हें नौ दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. घटना के संबंध में स्वप्निल मुखोपाध्याय ने कहा: बुधवार देर रात 11:00 बजे के करीब एबीवीपी छात्र संगठन के लोगों ने बाहर से बदमाशों को बुला कर हम लोगों पर हमला किया.
हमले के दौरान हम विद्या भवन हॉस्टल के पास मौजूद थे. अचानक हाथ में लाठी व रॉड लेकर बाहरी गुंडों तथा छात्र संगठन के लोगों ने हमला कर दिया. वाम छात्र संगठन के घायल नेता फाल्गुनी पान का आरोप है कि देर रात विश्वविद्यालय के उपाचार्य के वाहन में ही सवारहोकर एबीवीपी के बाहरी गुंडे आये हुए थे.
फाल्गुनी पान ने कहा: विद्या भवन हॉस्टल के पास ही हम लोगों की बैठक चल रही थी. बैठक में मुख्य रूप से एनआरसी तथा सीएए पर प्रतिवाद जताने को लेकर बातचीत चल रही थी. इसी दौरान हम लोगों पर हमला किया गया. राॅड के प्रहार से स्वप्निल मुखोपाध्याय घायल हो गये. मुझ पर भी हमला किया गया. इस दौरान भगदड़ मच गयी तथा अन्य वाम छात्र संगठन के सदस्यों पर भी हमले किये गये. फाल्गुनी ने आरोप लगाया कि घायलों को जब विश्वविद्यालय के अस्पताल में ले जाया गया, तो वहां पर भी एबीवीपी के छात्रों ने हमला करने की कोशिश की. वाम संगठन के नेताओं ने आरोप लगाया कि उपाचार्य के इशारे पर ही एबीवीपी के छात्रों ने हमला किया है.
बताया जाता है कि आठ जनवरी को वाम संगठन द्वारा देशभर में बुलायी गयी आम हड़ताल को लेकर विश्वविद्यालय के वाम समर्थित छात्र संगठन ने समर्थन दिया था. इससे नाराज एबीवीपी के छात्रों ने ही संभवत: हमला किया है.
वहीं इसी दिन विश्वविद्यालय परिसर में भाजपा के राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता द्वारा सीएए व एनआरसी को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया था. उक्त सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित स्वपन दासगुप्ता काे वाम समर्थित छात्र संगठन ने काला झंडा दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया था तथा उन्हें बंधक बनाने की कोशिश की थी.
वाम छात्र संगठन के नेता स्वप्निल मुखोपाध्याय का आरोप है कि एबीपीपी के छात्र बाहरी गुंडों को लाकर विश्वविद्यालय परिसर में हम लोगों पर हमला किया. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद किस तरह से विश्वविद्यालय परिसर में बाहरी गुंडे प्रवेश कर गये. उधर, इस घटना को लेकर विश्वविद्यालय के उपाचार्य की कोई टिप्पणी नहीं मिल पायी है. घटना को लेकर एबीवीपी के नेता अचिंतो बागदी ने घटना में एबीवीपी का हाथ होने से इनकार किया है.
विश्वभारती में एसएफआइ छात्र संगठन के सदस्यों का विरोध प्रदर्शन
पानागढ़ : शांतिनिकेतन स्थित विश्वभारती में एसएफआइ छात्र संगठन के नेताओं पर बुधवार देर रात हुए हमले के प्रतिवाद में गुरुवार सुबह से ही विश्व भारती परिसर में एसएफआइ की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया. घटना के प्रतिवाद में हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर छात्र संगठन द्वारा विश्व भारती परिसर में गुरुवार को जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया गया.
हाथों में तख्तियां व बैनर लेकर छात्र संगठन के कार्यकर्ता घटनाक्रम के खिलाफ विरोध जताते हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की है.

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