केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट हों : आरसी

देश में अलिखित तौर पर चल रहा है आपातकाल का दौर, सभी से मिलकर लड़ने की अपील. रूपनारायणपुर : पूर्व सांसद सह कोलियरी मजदूर सभा (एटक) के महासचिव आरसी सिंह ने कहा कि देश में आर्थिक मंदी, रोजगार सृजन में नाकामी, बेतहाशा मूल्यवृद्धि, शिक्षा के गिरते स्तर आदि मुद्दों से आम जनता का ध्यान भटकाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2020 1:48 AM

देश में अलिखित तौर पर चल रहा है आपातकाल का दौर, सभी से मिलकर लड़ने की अपील.

रूपनारायणपुर : पूर्व सांसद सह कोलियरी मजदूर सभा (एटक) के महासचिव आरसी सिंह ने कहा कि देश में आर्थिक मंदी, रोजगार सृजन में नाकामी, बेतहाशा मूल्यवृद्धि, शिक्षा के गिरते स्तर आदि मुद्दों से आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए केंद्र सरकार सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दों से आपसी विवाद पैदा कर रही है. एयर इंडिया को बेचने के लिए निविदा जारी हुई है.
कोयला खदानों का निजीकरण किया जा रहा है. देश में आपातकालीन स्थिति तैयार हो गयी है. केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठानी होगी. श्री सिंह को एटक का राज्य अध्यक्ष चुने जाने पर सीएमएस सालानपुर एरिया कमेटी द्वारा गुरुवार को बनजेमारी में आयोजित उनका सम्मान समारोह आयोजित किया. समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं.
सीएमएस के सांगठनिक सचिव शैलेन्द्र सिंह, कार्यकारिणी सदस्य राजेश सिंह, गौरांडी कोलियरी शाखा के अध्यक्ष इंद्रनाथ बीपी, सांगठनिक सचिव मोहम्मद सलीम, मोहनपुर कोलियरी शाखा के अध्यक्ष उत्पल दास, संयुक्त सचिव रामाशीष प्रसाद, डाबर कोलियरी शाखा के अध्यक्ष जोगिंदर प्रसाद, सचिव सुभाष बाउरी, बनजेमारी कोलियरी शाखा के अध्यक्ष प्रकाश पासवान, सचिव विजय शंकर सिंह आदि ने पूर्व सांसद को शॉल ओढ़ाकर और फूल का गुलदस्ता प्रदान कर सम्मानित किया. कार्यक्रम का संचालन सतेंद्र सिंह ने किया.
पूर्व सांसद श्री सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ दो फरवरी को कोलकाता में भाकपा की रैली आयोजित होगी. इस रैली को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा कि कोयला खदान के श्रमिकों को अपने हित को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी. श्रमिकों के हित को सरकार नजरअंदाज कर उद्योगपतियों के हक में सारे निर्णय ले रही है. जिसका दूरगामी परिणाम काफी भयानक है. उपस्थित सीएमएस नेताओं ने भी केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों पर जमकर भड़ास निकाली.

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