आसनसोल : वेतनमान में बढ़ोत्तरी सहित 12 सूत्री मांगों के समर्थन में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर आसनसोल के निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक शुक्रवार से दो दिवसीय हड़ताल में शामिल हुए. यूएफबीयू द्वारा बुलायी गयी हड़ताल को बैंक एम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन, नेशनल कंफेडरेशन ऑफ बैंक एम्प्लाइज, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस, इंडियन नेशनल बैंक एम्प्लाइज कंफेडरेशन, नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैँक ऑफिसर्स, नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स ने समर्थन दिया है. हड़ताल से शिल्पांचल के उद्योग धंधों एवं व्यवसाय पर व्यापक असर देखा गया.
आसनसोल के बीएनआर, सेनरेले रोड, हट्टन रोड, मुर्गासोल, रामबंधु, उषाग्राम स्थित निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक बंद रहे. दो दिनों की हड़ताल से शिल्पांचल में कुल एक सौ करोड़ रुपये के कारोबार के प्रभावित होने का अंदेशा है. एसबीआई बर्दवान मॉड्यूल के चीफ रिजनल सचिव बिप्लव सरकार ने कहा कि वेतन रिवीजन, वेतन वृद्धि, सम्मानजनक वेतन, पांच दिन काम की अवधि, अपडेट पेंशन, एनपीएस को रद्द करने की मांग पर यूएफबीईयू के आह्वान पर जिले के बैंक अधिकारी एवं कर्मचारियों ने पूरी तरह समर्थन किया है.
संगठन के जिला अध्यक्ष गौतम चक्रवर्ती ने कहा कि वेतन रिवीजन के मुद्दे पर आइबीए के साथ कई यूनियन प्रतिनिधियों की कइ चरणों में बैठक हुई. लेकिन कोइ निष्कर्ष नहीं निकल सका. आइबीए के 13.40 प्रतिशत वेतन वृद्धि के प्रस्ताव को यूएफबीईयू ने ठुकराते करते हुए 20 प्रतिशत वृद्धि की मांग रखी थी.
जिस पर आइबीए और यूनियन प्रतिनिधियों के बैठक में कोइ निर्णय नहीं लिया जा सका है. अन्य मांगों में बैंक कैजुअल कर्मियों को समान काम के लिए समान वेतन देना, स्पेशल भत्ते को बेसिक वेतन से जोड़ दिया जाना आदि शामिल हैं. बैंकों के बंद रहने से व्यवसाइयों, ग्राहकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रबंधन की ओर से दावा किया गया कि बैंक कर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल से सामान्य बैंकिंग कामकाज प्रभावित हुआ. लेकिन क्षेत्र के एटीएम को नकदी से भर दिया गया है. शुक्रवार और शनिवार को बैंक हड़ताल और रविवार को साप्ताहिक अवकाश होने के कारण लगातार तीन दिनों के बैंक बंदी से ग्राहकों ने भारी परेशानी और लेनदेन प्रभावित होने की बात कही है.