पश्चिम बर्दवान जिले में फंसे झारखंड के 140 लोगों भेजा गया उनके घर
झारखंड में फंसे पश्चिम बंगाल के 162 लोगों को पश्चिम बर्दवान जिला में लाया गया. बॉर्डर पर ही सभी की थर्मल स्क्रीनिंग कर उन्हें राज्य के विभिन्न जिलों में भेजा गया.
पश्चिम बर्दवान और धनबाद जिला दोनों राज्यों में फंसे लोगों को वापस भेजने और लाने के लिए बुधवार को पुलिस आयुक्त सुकेश कुमार जैन के कार्यालय में मेयर जितेंद्र तिवारी और जिला शासक पूर्णेन्दु कुमार माजी ने बैठक की. जिसके बाद झारखंड में फंसे पश्चिम बंगाल के 162 लोगों को पश्चिम बर्दवान जिला में लाया गया. बॉर्डर पर ही सभी की थर्मल स्क्रीनिंग कर उन्हें राज्य के विभिन्न जिलों में भेजा गया.
पश्चिम बर्दवान जिले में फंसे झारखंड के 140 लोगों को लेकर बुधवार को धनबाद (झारखंड) जिला प्रशासन के हवाले कर दिया गया. धनबाद जिला प्रशासन सभी को उनके घरों तक पहुंचाएगी. पश्चिम बर्दवान जिले में फंसे बिहार के 240 लोगों को उनके घर वापस भेजने की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. बिहार राज्य सरकार इनलोगों को अपने राज्य के किस जिले में उतारेगी इसे लेकर अंतिम निर्णय होने के बाद ही संभवतः गुरुवार को जिले से इन्हें रवाना कर दिया जाएगा. बिहार से इन्हीं बसों में बंगाल के लोगों को पश्चिम बर्दवान जिले में लाया जाएगा.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल राज्य सरकार अपने जिला में फंसे विभिन्न राज्यों के लोगों को उनके घर भेजने के लिए प्रक्रिया आरंभ कर दी है. जिसके तहत पश्चिम बर्दवान जिला में फंसे झारखंड के 140 लोगों को धनबाद जिला में पहुंचाने का कार्य आरंभ हुआ और झारखंड के धनबाद जिले में फंसे 162 लोगों को बुधवार पश्चिम बर्दवान जिला में लाकर उनको उनके घरों तक पहुंचाया गया. झारखंड से आने वाले और झारखंड में जाने वाले सभी लोग काफी उत्साहित थे.
दीदी को बोलो में फोन कार्यक्रम में करने के बाद हुई घर वापसी
मधुबनी (बिहार) से पश्चिम बंगाल के लिए पैदल निकले दस लोगों को राज्य में लाने के लिए सरकार ने दो गाड़ियों को झाझा भेजा. यह दस लोग झाझा स्टेशन पर रुके हैं. सूत्रों के अनुसार मधुबनी से पश्चिम बंगाल के लिए पैदल चले 10 लोग झाझा स्टेशन पर बुधवार सुबह पहुंचे. उन्हें जानकरी मिली कि दीदी को बोलो कार्यक्रम में फोन करने पर कुछ रास्ता निकल सकता है. इनलोगों ने दीदी को बोलो के फोन नम्बर पर फोन करके अपनी पूरी स्थिति बताई.
जिसके बाद पश्चिम बर्दवान जिला प्रशासन को राज्य मुख्यालय नवान्न से फोन आया कि झाझा स्टेशन पर फंसे 10 लोगों को लाने के लिए गाड़ी भेजी जाए. जिसके उपरांत जिला प्रशासन ने 10 लोगों को झाझा स्टेशन से लाने के लिए दो गाड़ियां दोपहर को भेज दी. सूत्रों के अनुसार रात को यह लोग पश्चिम बर्दवान जिले में आने पर उनकी जांच के बाद भोजन करवाकर सुबह उनके घर पहुंचा दिया जाएगा.