मैट्रिक में भी शामिल मीडिया कोर्स

सीबीएसइ ने की थी बारहवीं कक्षा से इसकी शुरुआत आसनसोल : मैट्रिक लेवल पर यदि ऐसे कोर्स करने को मिलें, जिससे प्लस टू के बाद नौकरी मिलने में आसानी हो, तो ऐसा कोर्स कैरियर के लिए कितना अच्छा होगा. कुछ ऐसी ही शुरुआत सीबीएसइ वर्ष 2015 सेशन से करने जा रहा है. अभी तक 30 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2015 10:48 AM
सीबीएसइ ने की थी बारहवीं कक्षा से इसकी शुरुआत
आसनसोल : मैट्रिक लेवल पर यदि ऐसे कोर्स करने को मिलें, जिससे प्लस टू के बाद नौकरी मिलने में आसानी हो, तो ऐसा कोर्स कैरियर के लिए कितना अच्छा होगा. कुछ ऐसी ही शुरुआत सीबीएसइ वर्ष 2015 सेशन से करने जा रहा है.
अभी तक 30 से ऊपर वोकेशनल कोर्स शुरू कर चुका सीबीएसइ मैट्रिक लेवल पर आठ ऐसे वोकेशनल कोर्स की शुरुआत करने जा रहा है, जो कैरियर के हिसाब से स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद साबित होगा. सीबीएसइ के अनुसार ये सभी कोर्स ऐसे हैं, जिनकी वर्तमान समय में काफी डिमांड है. हायर क्लासेज में इन कोर्स को काफी संख्या में स्टूडेंट्स करते हैं. इसको देखते हुए अब मैट्रिक लेवल पर इन कोर्स की शुरुआत बोर्ड की ओर से की जा रही है.
एनसीइआरटी ने सिलेबस भी तैयार कर लिया है.
2015 सत्र से इसे स्कूलों में लागू कर दिया जायेगा. जो भी स्कूल इन कोर्स को शुरू करेंगे, उन्हें पहले बोर्ड को सूचना देनी होगी. इन कोस्रेज में उन तमाम टॉपिक्स को एनसीइआरटी ने शामिल किया है, जो स्टूडेंट्स के लिए आवश्यक हैं. हर कोर्स के लिए क्लास की संख्या और मार्क्‍स की भी पूरी जानकारी दी गयी है. नौवीं और दसवीं के लिए ऑप्शनल के रूप में भी स्टूडेंट्स इन विषयों को लेकर पढ़ाई कर सकते है. इसके बाद प्लस टू लेवल पर भी इसे आसानी से पढ़ पायेंगे.
इन कोर्सेज की होगी पढ़ाई
ह्यूमन इकोलॉजी एंड फैमिली साइंस : इसके अंतर्गत मानव जीवन से संबंधित कई विषयों को शामिल किया गया है. इसमें एडोलसेंट, रिलेशनशिप, फैमिली, सोसायटी, कम्यूनिटी आदि के बारे में जानकारी दी जायेगी. फूड, न्यूट्रिशियन व फिटनेस भी शामिल होंगे.
ग्राफिक डिजाइन : क्रिएटिंग आर्ट के बारे में बताया जायेगा. ग्राफिक आर्ट की वर्तमान स्थिति और इसमें कैरियर किस तरह से आगे बढ़ा सकते हैं, इसकी जानकारी दी जायेगी. ग्राफिक आर्ट की हिस्ट्री, लेआउट, लोगो आदि के बारे में बताया जायेगा.
आर्ट एजुकेशन : इसके अंतर्गत स्कल्पचर से लेकर क्ले मॉडलिंग तक की पढ़ाई करायी जायेगी. इसमें टेरोकोटा, पेपर आर्ट, मास्क आर्ट आदि के बारे में जानकारी दी जायेगी. हर आर्ट की बेसिक और उसमें वर्तमान ट्रेंड्स की जानकारी दी जायेगी.
मीडिया स्टडीज: कम्यूनिकेशन और उसका महत्व, कम्यूनिकेशन का प्रभाव, कितने तरह के कम्यूनिकेशन होते हैं, कम्यूनिकेशन के माध्यम, मीडिया का रोल, मीडिया की टाइमलाइन, मीडिया और मास मीडिया, मीडिया इन डेमोक्रेसी, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, मेकिंग न्यूज, एनेलाइज न्यूज, मीडिया आदि के बारे में स्टूडेंट्स पढ़ेंगे.
हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन : इस कोर्स में इन्वायरमेंट, मानव शरीर, फिजिकल फिटनेस, हेल्थ, फूड एंड न्यूट्रीशियन, सोशल हेल्थ एंड रिलेशनशिप, सेफ्टी एंड सिक्यूरिटी, वोकेशनल एंड लीडरशिप आदि की जानकारी दी जायेगी. हेल्थ एजुकेशन और फिजिकलट एजुकेशन को शामिल किया जायेगा.
सेफ्टी एंड सिक्यूरिटी : इसे भी वोकेशनल कोर्स में शामिल किया गया है. सुरक्षा को लेकर कई चीजों की पढ़ाई होगी. फस्र्ट एड के साथ स्कूल में किसी के बीमार होने पर उसके प्राथमिक उपचार के बारे में जानकारी दी जायेगी. इसमें ग्रुप डिस्कशन भी शामिल किया गया है.
दी कम्प्यूटर एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी (सीसीटी) : सीसीटी किस तरह घर, एजुकेशन और पब्लिक लाइफ पर असर डाल रहा है, सीसीटी और डिजिटल डिवाइस, इकॉमर्स, सीसीटी की हिस्ट्री आदि को शामिल किया गया है. मशीनरिंग लैंग्वेज के बारे में भी स्टूडेंट्स जान सकेंगे.
इंडियन क्राफ्ट : क्राफ्ट की दुनिया में हमार देश कहां है, इसके बारे में स्टूडेंट्स जान सकेंगे. इसमें थ्योरी के साथ फिल्ड स्टडी और अप्लाइड क्राफ्ट के बारे में स्टूडेंट्स जानेंगे. ट्रेडिशनल क्राफ्ट, क्ले क्राफ्ट, स्टोन वर्क, मेटल क्राफ्ट, ज्वेलरी, टेक्सटाइल क्राफ्ट, विविंग, पेंटिंग आदि की भी जानकारी मिलेगी.

Next Article

Exit mobile version