जैक नेता संकीर्णता के शिकार
आसनसोल : कोयला मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष व हिंद मजदूर सभा की राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य राकेश कुमार ने कोयला मंत्री पियूष गोयल के साथ श्रमिक संगठनों की वार्ता को सफल बताया. उन्होंने इसे श्रमिकों की जीत बताया. उन्होंने कहा कि इसीएल में कुछ श्रमिक संगठनों के द्वारा बनाये गये जैक केवल अपने में […]
आसनसोल : कोयला मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष व हिंद मजदूर सभा की राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य राकेश कुमार ने कोयला मंत्री पियूष गोयल के साथ श्रमिक संगठनों की वार्ता को सफल बताया. उन्होंने इसे श्रमिकों की जीत बताया.
उन्होंने कहा कि इसीएल में कुछ श्रमिक संगठनों के द्वारा बनाये गये जैक केवल अपने में सीमित रहता चाहता है और सार्वजनिक मुद्दों व श्रमिकों, उद्योग हित के बंद मुद्दों पर भी पार्टी व झंडे के दायरे में रहकर काम करना चाहता है. जिससे अन्य संगठन आंदोलन में साथ रहना चाहते हुए भी सक्रिय भूमिका नहीं निभाते, जिससे आंदोलन कमजोर होता है. टीएमसी के श्रमिक संगठन केकेएससी की भूमिका भी आंदोलन के पक्ष में करने के लिए सार्थक प्रयास नहीं किया गया.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार भूमि अधिग्रहण व कोयला को बेचने का अधिकार प्राइवेट पार्टियों को देने वाले अध्यादेश का विरोध कर रही है, फिर अध्यादेश को वापस लेने या उसमें संशोधन करने की मांग को लेकर किये जा रहे आंदोलन में साथ नहीं देना, समझ से परे था.
देश में प्राइविटेशन को बढ़ावा व श्रमकारों में संशोधन करने की हवा बह रही है, इसका मुकाबला करने के लिए सभी को एकजुट होना पड़ेगा. मिलकर आंदोलन करने व सरकार को निजीकरण के रास्ते से पीछे हटाने के लिए के लिए प्रयास करना होगा. जैक के नेता पूर्वागृह से ग्रस्त है एवं बदलना नहीं चाहते है, यह आंदोलन के लिए घातक होगा. केएमसी हमेशा से श्रमिक हितों के लिए लड़ती ीही है और आगे भी संघर्ष का रास्ता अख्तियार करते रहेगी, जनहित के मुद्दों पर होने वाले आंदोलनों का साथ देती रहेगी.