लेबल पार्टीशन में धंसान

हरिपुर : काजोड़ा एरिया के परासकोल कोलियरी (वेस्ट) खदान में शनिवार की रात द्वितीय पाली में एक नंबर एसडीएल सेक्शन 24 नंबर लेबल डीप के टॉप सेवरम धंसने से 50 लाख मूल्य की एसडीएल मशीन फंस गयी. इस घटना में एसडीएल चालक और काम कर रहे माइनिंग सरदार बाल-बाल बचे. घटना के बाद एक नंबर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2015 9:38 AM
हरिपुर : काजोड़ा एरिया के परासकोल कोलियरी (वेस्ट) खदान में शनिवार की रात द्वितीय पाली में एक नंबर एसडीएल सेक्शन 24 नंबर लेबल डीप के टॉप सेवरम धंसने से 50 लाख मूल्य की एसडीएल मशीन फंस गयी.
इस घटना में एसडीएल चालक और काम कर रहे माइनिंग सरदार बाल-बाल बचे. घटना के बाद एक नंबर सेक्शन का काम ठप हो गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद पूर्व सांसद सह सीएमएस के महासचिव आरसी सिंह परासकोल कोलियरी पहुंचकर घटना की जानकारी ली.
घटना के संबंध में एसडीएल चालक और काम कर रहे माइनिंग सरदार मानिक नंदी ने बताया कि शनिवार को द्वितीय पाली में जहां काम चल रहा था. एक नंबर सेक्शन में वहां टॉप का चाल अचानक पांच फीट डायमीटर में नीचे बैठ गया. एसडीएल मशीन रवींद्र राजभर चला रहा था मशीन के ठीक चार फीट की दूरी पर श्रमिक काम कर रहे थे, जो कुछ समय पहले ही हटा था.
चालक को किसी प्रकार बाहर निकाला और मशीन वहीं छोड़ दिया गया. घटना की जानकारी प्रबंधन को दिया गया. प्रबंधन घटनास्थल पर पहुंंच कर बालू भराई के लिये स्टोपिंग के पाईप बिछाने का काम शुरू कराया. बालू भराई के बाद एसडीएल मशीन को वहां से हटाया जा सके. सीएमएस के महासचिव श्री सिंह का कहना है कि काजोड़ा एरिया में चाल धंसने की घटना सही से बालू भराई नहीं होने के कारण होती है. परासकोल कोलियरी वेस्ट में भी यही हुआ है.
दो बार ऐसी घटना हुयी. बालू भराई नहीं होती है और ठेकेदार को बिल का भुगतान कर दिया जाता है. इस मुद्दे को वह उच्च अधिकारी के पास उठायेंगे और एक कमेटी बनाकर घटना की जांच करने की मांग करेंगे. घटना के बाद कोलियरी अभिकर्ता वाई प्रसाद, सेफ्टी ऑफिसर्स ए कुमार मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिये. काजोड़ा एरिया के परासकोल कोलियरी में हुयी घटना के संबंध में इसीएली सेफ्टी कमेटी के सदस्य व एटक नेता कल्याण बनर्जी और दिलीप दास मानिकपुरी ने कहा कि एक नंबर एसडीएल सेक्शन के 24 लेबलदीप में काम करने की अनुमति नहीं होने के बावजूद काम कराया जा रहा था. वह परमिट क्षेत्र से बाहर है.
बाहर काम करने के लिये सेफ्टी विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है, लेकिन ऐसा नही किया गया. घटना में दो श्रमिक बाल-बाल बचे हैं, साथ ही मशीन फंस गयी और एक नंबर एसडीएल सेक्शन में काम बंद होने की स्थिति में आ गयी है. सेफ्टी बोर्ड की बैठक में इस मुद्दा को उठाया जायेगा साथ ही विभिन्न कोलियरियों में बालू भराई की जांच की मांग की जायेगी.

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