चैत नवरात्र 21 से, नवमी 28 को

आसनसोल : 28 मार्च शनिवार को रामनवमी है. इस बार तीन मंगलवारी पड़ रही है. पहला मंगलवारी जुलूस नौ मार्च को निकलेगा. दूसरा 16मार्च व अंतिम मंगलवारी जुलूस 23 मार्च को निकलेगा. वहीं, 27 मार्च को महाअष्टमी होने के कारण विभिन्न इलाकों से झांकी निकलेगी और सभी मंदिरों में भगवान का भव्य श्रृंगार किया जायेगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2015 3:01 AM
आसनसोल : 28 मार्च शनिवार को रामनवमी है. इस बार तीन मंगलवारी पड़ रही है. पहला मंगलवारी जुलूस नौ मार्च को निकलेगा. दूसरा 16मार्च व अंतिम मंगलवारी जुलूस 23 मार्च को निकलेगा. वहीं, 27 मार्च को महाअष्टमी होने के कारण विभिन्न इलाकों से झांकी निकलेगी और सभी मंदिरों में भगवान का भव्य श्रृंगार किया जायेगा. 28 मार्च को रामनवमी मनायी जायेगी.
27 मार्च को रात्रि शेष 05.12 बजे से नवमी लग जायेगी, जो शनिवार को रात भर रह कर रविवार को रात्रि शेष 05.54 बजे तक है. इसके बाद से दशमी लग जायेगी. इस बार भगवान राम जी के जन्म के समय जो-जो तिथि व नक्षत्र मिलने चाहिए, वे सभी मिल रहे हैं. स्थानीय शनि मंदिर के पुजारी पंडित तुलसी तिवारी ने कहा कि भगवान के जन्म के समय कर्क लगA, पुन:वसरू नक्षत्र, अपराह्न काल व चैत शुक्ल पक्ष मिलना चाहिए, वे सभी मिल रहे हैं.
21 से नव वर्ष का शुभारंभ
21 मार्च से नव वर्ष विक्रम संवत 2072 का आरंभ हो जायेगा. इसी दिन कलश स्थापना से मां की आराधना शुरू हो जायेगी. 21 मार्च को दिन के 1.04 बजे तक प्रतिपदा है. दिन के 11.36 से 12.24 बजे तक अभिजीत मुहूर्त है. इस बार षष्ठी तिथि क्षय है. 22 मार्च को द्वितीया प्रात: 10.55 बजे तक है. इसके बाद से तृतीया लग जायेगी. 10.56 से अगले दिन प्रात: 8.58 तक तृतीया है.
23 मार्च को प्रात : 8.59 बजे चतुर्थी लग जायेगी, जो 24 मार्च को प्रात: 07.22 तक रहेगी. 07.23 से पंचमी लग जायेगी, जो 25 मार्च को प्रात: 06.07 बजे तक रहेगी. 06.08 से षष्ठी लग जायेगी, जो अगले दिन रात्रि शेष 05.19 बजे तक रहेगी. गुरुवार को प्रात: 05.20 बजे से सप्तमी लग जायेगी, जो रात्रि शेष पांच बजे तक रहेगी. प्रात : 05.01 बजे से अष्टमी लग जायेगी, जो शुक्रवार को सुबह 5.11 बजे तकर रहेगी. प्रात : 5.12 बजे से नवमी लग जायेगी, जो रविवार को प्रात: 05.54 बजे तक रहेगी. इसके बाद से दशमी लग जायेगी, जो प्रात: 07.05 बजे तक है.
चार दिवसीय छठ महापर्व 24 से
चार दिवसीय चैती छठ महापर्व 24 मार्च से शुरू हो जायेगा. पहले दिन 24 मार्च को नहाय खाय है. दूसरे दिन 25 मार्च को खरना है, इस दिन व्रती दिन भर उपवास कर शाम में सूर्यास्त के बाद भगवान को रोटी-खीर सहित अन्य चीजें अर्पित करेंगी. तीसरे दिन 26 मार्च को अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य दिया जायेगा. 27 मार्च को उदयाचलगामी सूर्य को अघ्र्य दिया जायेगा. कोयलांचल के विभिन्न नदी-तालाबों सहित कई व्रती अपने-अपने घरों में ही भगवान सूर्य को अर्घ देंगे.

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