प्रखंड अध्यक्षों को मिली मंजूरी

तृणमूल की प्रदेश कोर कमेटी ने दी पार्टी के विभिन्न पदाधिकारियों की मंजूरी महीनों से लटका था मामला पिछले वर्ष हुए संसदीय चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष के पद को लेकर सववाल उठने लगे थे. आसनसोल संसदीय क्षेत्र में कहा गया था कि जिन-जिन प्रखंडों में पार्टी को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 3:52 AM
तृणमूल की प्रदेश कोर कमेटी ने दी पार्टी के विभिन्न पदाधिकारियों की मंजूरी
महीनों से लटका था मामला
पिछले वर्ष हुए संसदीय चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष के पद को लेकर सववाल उठने लगे थे. आसनसोल संसदीय क्षेत्र में कहा गया था कि जिन-जिन प्रखंडों में पार्टी को पराजय मिली है, उन प्रखंडों के अध्यक्षों को हटाया जायेगा तथा उनके स्थान पर नये चेहरों को मौका दिया जायेगा. इस स्थिति में कई प्रखंड अध्यक्षों के बदले जाने की स्थिति बन गयी थी.
लेकिन तेजी से बदलती राजनीतिक परिस्थितियों में इन पदों पर मनोनयन का प्रक्रिया गतिरूद्ध हो गयी. महीनों बाद इस दिशा में नये सिरे से पहल शुरू हुई. पार्टी नेतृत्व ने तय किया कि जिन-जिन प्रखंडों से पार्टी के विधायक चुने गये हैं, उन प्रखंडों के अध्यक्ष पद का मनोनयन संबंधित विधायक करेंगे तथा उनकी सूची वे पार्टी के जिलाध्यक्ष अपूर्व मुखर्जी को अग्रसारित करेंगे. इस सूची को जिला कमेटी अपनी अनुशंसा के साथ राज्य कमेटी को भेजेगी तथा पार्टी के राज्य अध्यक्ष सुब्रत बक्सी तथा महासचिव पार्थो चटर्जी की नेतृत्वववाली कोर कमेटी इसे मंजूरी देगी. इसके तहत ही सभी विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र से अनुशंसा कर दी.
लेकिन मंत्री श्री घटक गुट ने स्वयं को इस प्रक्रिया से अलग रखा तथा इन क्षेत्रों से प्रखंड अध्यक्षों की सूची सीधे राज्य कमेटी को सौंप दी गयी. यह प्रक्रिया भी लंबे समय तक बाधित रही. आखिरकार इसको अंतिम रूप रविवार को दिया गया. हालांकि मंत्री गुट की सूची के नेताओं में से कुछ को कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में समायोजित किया गया है.

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