रेल लाइन पर अनशनकारी हॉकरों ने दिया धरना

आसनसोल : रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के स्तर से विभिन्न स्टेशन परिसरों तथा विभिन्न चलन्त ट्रेनों में अवैध हॉकरों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के विरोध में आसनसोल स्टेशन परिसर में हॉकरों का अनशन सोमवार को जारी रहा. हॉकरों का प्रतिनिधिमंडल डीआरएम कार्यालय में जाकर एनके सचान से मिला. स्टेशन परिसर में सामान बेचे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2015 2:09 AM
आसनसोल : रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के स्तर से विभिन्न स्टेशन परिसरों तथा विभिन्न चलन्त ट्रेनों में अवैध हॉकरों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के विरोध में आसनसोल स्टेशन परिसर में हॉकरों का अनशन सोमवार को जारी रहा.
हॉकरों का प्रतिनिधिमंडल डीआरएम कार्यालय में जाकर एनके सचान से मिला. स्टेशन परिसर में सामान बेचे जाने पर आरपीएफ द्वारा किये जा रहे कथित अत्याचार बंद करने की अपील की. डीआरएम श्री सचान द्वारा सकारात्मक आश्वासन नहीं दिये जाने के बाद नाराज हॉकरों ने आसनसोल स्टेशन में जमकर हंगामा मचाया. रेल लाइन पपर धरना देकर विरोध-प्रदर्शन किया.
प्लेटफॉर्म संख्या दो, तीन तथा चार पर खड़ी ट्रेनों के सामने रेल लाइन पर बैठकर आरपीएफ तथा रेल प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की. हॉकरों ने रोजगार देने की मांग पर ‘रोटी दो या गोली दो ’के नारे लगाये.
हॉकरों के इस विरोध प्रदर्शन के कारण दोपहर 13.45 बजे से आसनसोल स्टेशन में 3007 अप तूफान एक्सप्रेस, 8184 डाउन दानापुर-टाटा एक्सप्रेस तथा 5233अप कोलकाता- दरभंगा एक्सप्रेस प्लेटफार्म पर खड़ी रही. प्लेटफार्म संख्या चार की रेल लाइन में अनशन करने से बीमार पड़े गोपाल सिन्हा को लेकर हॉकरों ने जमकर नारेबाजी.
हॉकरों द्वारा किये गये प्रदर्शन के कारण आसनसोल स्टेशन में यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. हॉकरों द्वारा हंगामे की सूचना पाकर स्थिति को सामान्य करने के लिये मौके पर काफी संख्या में आरपीएफ, जीआरपी तथा पुलिस कर्मी पहुंचे. जिन्हें देखकर हॉकर उग्र होकर ‘रोटी दो या गोली दो’ नारा लगाने लगे. जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. आरपीएफ प्रभारी ,जीआरपी प्रभारी तथा स्टेशन मैनेजर हसन नियाज ने रेल लाइन पर धरना देने वाले हॉकरों को काफी समझाने का प्रयास किया. 40 मिनट बाद हॉकरों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया. जिसके पश्चात आसनसोल स्टेशन में खड़ी तीन ट्रेनों तथा तीन मालगाड़ियों को रवाना कर ट्रेनों का परिचालन सामान्य किया गया.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मोहम्मद कमाल ने बताया कि हॉकरों की किसी से दुश्मनी नहीं है, वे अपना रोजगार बचाने के लिये आंदोलन करने को बाध्य हुए है. रेल प्रशासन हॉकरों पर अत्याचार बंद कर उन्हें स्टेशन में सामान बेचने की अनुमति दें. जबकि नियम तोड़े जाने पर हॉकरों पर कार्रवाई किये जाने से उनलोगों को कोई परहेज नहीं है. रेल प्रशासन द्वारा हॉकरों की मांगों पर ध्यान नहीं देने पर ट्रेनों को रोकने के बाद बड़े स्तर पर आंदोलन किया जायेगा.
आसनसोल के जन संपर्क अधिकारी विश्वनाथ मूर्म ने बताया कि हॉकरों के प्रदर्शन के कारण दोपहर 13:45 बजे से दोपहर 14:25 तक आसनसोल स्टेशन में तीन ट्रेन यथा – 3007 अप तूफान एक्सप्रेस,8184 डाउन दानापुर-टाटा एक्सप्रेस तथा 5233 अप कोलकाता-दरभंगा एक्सप्रेस खड़ी रही. साथ ही दोपहर 14:05 बजे खुलने वाली आसनसोल-बर्दवान पैसेंजर ट्रेन 20 मिनट देर से खुली. प्रदर्शन समाप्त होने के पश्चात दोपहर 02:25 बजे से आसनसोल स्टेशन में स्थिति सामान्य हुई.

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