बीएनआर में छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा पुलिस ने
आसनसोल : स्थानीय एसबी गोराई रोड के श्रीपल्ली स्थित सरकार आइटीआइ के छात्रों ने संस्था पर फर्जी प्रमाणपत्र देने का आरोप लगाकर रकम वापस किये जाने की मांग के समर्थन में मंगलवार को बीएनआर पुल स्थित जीटी रोड को जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया. छात्रों ने गिरफ्तार संस्थान संचालिका के खिलाफ क ड़ी कार्रवाई की […]
आसनसोल : स्थानीय एसबी गोराई रोड के श्रीपल्ली स्थित सरकार आइटीआइ के छात्रों ने संस्था पर फर्जी प्रमाणपत्र देने का आरोप लगाकर रकम वापस किये जाने की मांग के समर्थन में मंगलवार को बीएनआर पुल स्थित जीटी रोड को जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया. छात्रों ने गिरफ्तार संस्थान संचालिका के खिलाफ क ड़ी कार्रवाई की मांग की.
छात्रों द्वारा जीटी रोड को जाम करने के कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. सड़क जाम की सूचना पाकर पहुंची आसनसोल दक्षिण थाना पुलिस ने सड़क जाम कर रहे छात्रों को समझाकर सड़क जाम हटाने का प्रयास किया लेकिन छात्र संस्था द्वारा रकम वापस किये जाने की मांग पर अड़े रहे. पुलिस द्वारा छात्रों को काफी समझाने के बाद भी सड़क जाम नहीं हटाने पर पुलिस ने बल करते हुए सड़क जाम कर रहे छात्रों पर जमकर लाठियां चटकाई. इस दौरान पुलिस ने सड़क जाम करने वाले छात्रों को दौड़ा- दौड़ाकर पीटा. जिससे पूरे बीएनआर इलाके में अफरा- तफरी का माहौल रहा. इस घटना में आधा दर्जन छात्र जख्मी हो गये. पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने से छात्रों ने एसडीओ कार्यालय का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया. साथ ही पुलिस के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की.
संस्था के छात्र विकास गिरि ने बताया कि प्रशासन से इंसाफ मांगने पर छात्रों की पिटाई की गयी. जिसमें कई छात्रों को गंभीर चोट लगी है. उसने बताया कि सरकार आइटीआइ संस्थान से 400 छात्र इलेक्ट्रीशियन तथा फीटर का कोर्स कर रहे थे. जिनमें से प्रत्येक छात्र से 34 हजार से 50 हजार रुपये की फीस वसूली गयी थी.
कोर्स समाप्त होने पर संस्थान द्वारा छात्रों को प्रमाणपत्र दिया गया. लेकिन इसकी जांच करने पर संस्थान को ही फर्जी पाया गया. संस्थान ने छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया. संस्थान एनसीवीटी से अनुमोदित नहीं है. इसकी शिकायत करने पर पुलिस ने छात्रों को अपने स्थानीय पुलिस थानों में अलग से मामला दर्ज कराने को कहा लेकिन संस्था से रकम वापसी किये जाने पर पुलिस ने उल्टा छात्रों को डांट दिया. शुक्रवार को आसनसोल दक्षिण थाना में इसकी शिकायत कि गयी. जिसके बाद संस्था की प्रचार्य ईरा मुखर्जी तथा कर्मी झूलना राय को गिरफ्तार किया गया. वहीं मंगलवार को झूलना राय की जमानत मंजूर कर उसे रिहा कर दिया लेकिन ईरा मुखर्जी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. जिसके आक्रोशित होकर ही छात्रों ने सड़क जाम कर रकम वापस किये जाने की मांग कर रहे थे.
दूसरी तरफ पुलिस मामले की गंभीरता से जांच नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा कि उनकी फीस की राशि की वापसी होनी चाहिए. संस्थान में पढ़ाई के दौरान उनका समय अलग से बर्बाद हुअ है. उन्होंने कहा कि उन्हें दोहरी मार लगी है. पहले उन्होंने पुलिस अधिकारियों से ससहयोग मांगा था. बबाद में जब उन्होंने आंदोलन किकया तो पुलिस ने उनके उपर लाठियां चटकायी. उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करनेवाले के खिलाफ क ड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.