आसनसोल : आगामी तीन अक्टूबर को होने वाले आसनसोल नगर निगम चुनाव को निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग ने हर बूथ पर अतिरिक्त चुनाव अधिकारी नियुक्त करने का निर्णय लिया है.
विपक्षियों ने मांग की थी कि इस चुनाव में बड़े पैमाने पर रीगिंग की आशंका को देखते हुए अर्ध सैन्य बल की तैनाती की जानी चाहिए. लेकिन चुनाव आयोग ने इस मांग को पूरी तरह से खारिज कर दिया था. नये चुनाव अधिकारी से अर्ध सैन्य बलों की कमी पूरी हो सकेगी.
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि चुनाव आयोग ने प्रत्येक बूथ पर अतिरिक्त चुनाव अधिकारी तैनात करने का निर्णय लिया है. यह अधिकारी मतदान करने के लिए पंक्तिबद्ध मतदाताओं से बूथ के बाहर उनके मतदाता पर्ची व मतदाना परिचय पत्र की जांच करेगा. बूथ पर तैनात अर्ध सैन्य बल भी यही कार्य करते हैं.
उक्त अधिकारी की मदद के लिए हर बूथ पर सशस्त्र पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी. कोई भी गड़बड़ी होने पर उक्त अधिकारी तत्काल कार्रवाई करेगा. इस तरह बोगस मतदान व रीगिंग पर रोक लग सकेगी. आमतौर पर प्रत्येक बूथ पर एक पीठासीन अधिकारी व तीन सहयोगी चुनावकर्मी मौजूद रहते हैं. लेकिन इस बार हर बूथ पर चुनाव अधिकारी व कर्मियों की संख्या चार के बजाय पांच होगी.
उन्होंने कहा कि बर्दवान के जिलाशासक डॉ सौमित्र मोहन तथा चुनाव अधिकारी सह महकमा शासक अमिताभ दास को चुनाव आयोग कार्यालय से इस आशय का आदेश भेजा जा चुका है.
इधर चुनाव की प्रशासनिक तैयारियां को अंतिम रूप देने के लिए बुधवार को कथा हॉल में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई.
इसमें पुलिस कमिश्नर अजय नंद, अतिरिक्त जिलाशासक सुमित गुप्ता, महकमाशासक श्री दास, चुनाव के मुख्य ऑबजर्वर पीए सिद्दिकी, ऑबजर्वर अब्दुल गनी, ऑबजर्वर शिलादित्य बसु राय, ऑबजर्वर सिद्धार्थ शंकर चक्रवर्ती, ऑबजर्वर सुजय सरकार, चुनाव प्रभारी सौम्य चटर्जी, कई अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त व ट्रैफिक अधिकारी उपस्थित थे. बैठक के दौरान मतदान तथा मतगणना को सुचारू रूप से संपन्न कराने तथा सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के मुद्दे पर विशेष रूप से चर्चा की गयी.
दूसरी तरफ चुनाव कर्मियों तथा इवीएम को विभिन्न मतदान केंद्रों में पहुंचाने के लिए पोलो ग्राउंड, आसनसोल इंडोर स्टेडियम तथा आसनसोल स्टेडियम की घेराबंदी कर वहां सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता बंदोबस्त किया गया है.
आम लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गयी है. गौरतलब है कि आगामी तीन अक्टूबर को कुल 967 मतदान केंद्रों में मतदान होगा. जिसके लिये पांच हजार चुनाव कर्मियों तथा 4200 पुलिस कर्मियों को नियुक्त किया गया है.