मंत्री बाबुल सुप्रियो ने छोड़ा शहर
आसनसोल : आसनसोल के भाजपा सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो को बाहरी व्यक्ति बताते हुए चुनाव प्रचार अवधि समाप्त होने पर आसनसोल से चले जाने की बात महकमा शासक सह चुनाव अधिकारी अमिताभ दास द्वारा कहे जाने पर भाजपा का चुनाव कार्य देख रहे तापस राय के साथ विवाद हो गया. श्री सुप्रियो […]
आसनसोल : आसनसोल के भाजपा सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो को बाहरी व्यक्ति बताते हुए चुनाव प्रचार अवधि समाप्त होने पर आसनसोल से चले जाने की बात महकमा शासक सह चुनाव अधिकारी अमिताभ दास द्वारा कहे जाने पर भाजपा का चुनाव कार्य देख रहे तापस राय के साथ विवाद हो गया.
श्री सुप्रियो ने कहा कि आसनसोल नगर निगम चुनाव का कार्य देख रहे उनके पार्टी के नेता तापस राय को महकमा शासक अमिताभ दास ने दो बार फोन कर सूचित किया कि गुरुवार की शाम पांच बजे तक चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने पर सांसद बाबुल सुप्रियो बाहरी व्यक्ति होने तथा यहां के वोटर नहीं होने के कारण आसनसोल से बाहर चले जाये. जिसके लिये वे आसनसोल स्टेशन के लिये पांच बजे के पश्चात रवाना हो जायेंगे.
जिससे कोई विवाद पैदा नहीं हो. इसके लिये शाम को ही आसनसोल से जाने के लिये रवाना हो जा रहे हैं. जबकि अपने लोकसभा चुनाव के पश्चात से ही मोहिशीला स्थित किराये के मकान में रह रहे हैं तथा वहां एक फ्लैट भी उन्होंने खरीद लिया है. तृणमूल सरकार के इशारे पर प्रशासनिक अधिकारी ये सब कर रहे हैं. लेकिन मतदान के दिन तीन अक्टूबर को आसनसोल में उनके नहीं रहने पर यहां की जनता भाजपा के समर्थन में मतदान करेगी.
सात को मतगणना के पश्चात भाजपा की भारी जीत होने पर इसका जवाब महकमा शासक को मिल जायेगा. उन्होंने कहा कि महकमा शासक के इस चैलेंज को वे स्वीकार करते हैं तथा बिना किसी विवाद को बढ़ाने के बजाय वे आसनसोल से बाहर चले जायेंगे. इन विवादों के बजाय राजनीति से बढ़कर लोगों के लिये काम करना महत्वपूर्ण है. जो चुनाव राज्य सरकार के देखरेख में हो, उसमें ऐसी घटना होना तथा प्रशासनिक अधिकारियों का आचरण कोई नयी बात नहीं है.
महकमा शासक सह चुनाव अधिकारी श्री दास ने बताया कि चुनाव आयोग के द्वारा निर्देश दिया गया है कि चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने के पश्चात राजनीतिक दलों के लोग तथा राजनीतिक संस्था से जुड़े पदाधिकारी जो यहां के मतदाता नहीं है.
वो चुनाव प्रचार के पश्चात इस क्षेत्र से बाहर चले जाये. आदर्श आचार संहिता के संबंध में सभी राजनीति दलों के प्रतिनिधियों को पहले ही जानकारी दे दी गयी है. चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने के पश्चात भी अगर कोई व्यक्ति यहां रूकता है तो जांच के पश्चात नियम के अनुसार कार्रवाई की जायेगी.