पत्नी-बेटी के लिए दुर्गापूजा का सबसे बड़ा उपहार

आसनसोल : आसनसोल नगर निगम के मेयर पद के लिए नामित जितेंद्र तिवारी की पत्नी चैताली तिवारी व पुत्री पल्लवी तिवारी ने कहा कि दुर्गापूजा के अवसर पर मां दुर्गा व पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने उनके परिवार को सबसे कीमती उपहार दिया है और वे इस उपलब्धि से काफी खुश हैं. श्रीमती चैताली ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2015 11:50 PM
आसनसोल : आसनसोल नगर निगम के मेयर पद के लिए नामित जितेंद्र तिवारी की पत्नी चैताली तिवारी व पुत्री पल्लवी तिवारी ने कहा कि दुर्गापूजा के अवसर पर मां दुर्गा व पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने उनके परिवार को सबसे कीमती उपहार दिया है और वे इस उपलब्धि से काफी खुश हैं.
श्रीमती चैताली ने कहा कि उनकी पुत्री ने कहा -‘मां, देखा पिताजी का नाम और फोटो टीवी पर आ रहा है’. उन्होंने चौंक कर टीवी देखा. मेयर के पद के लिए उनका चयन होने की खबर देखते ही वे खुशी से उछल पड़ी. नके लिए यह अप्रत्याशित खबर थी. पति को बोर्ड में बेहतर पद मिलेगा, इसकी अपेक्षा थी, लेकिन मेयर पद की अपेक्षा इस समय नहीं थी. इसी बीच उनके पास बधाईयों के संदेश आने लगे. सबकुछ अच्छा-अच्छा लग रहा था.
उन्होंने कहा कि सभी परिजनों को इसकी सूचना मिल गयी है. उन्होंने कहा कि उनके पति ने हमेशा पूरी निष्ठा से कार्य किया है. उन्हें यकीं था कि इसका पुरस्कार मिलेगा ही. उन्होंने कहा कि चेयरमैन के रूप में भी वे निगम कार्यालय व पार्टी गतिविधियों को अधिक समय देते थे. मेयर बनने के बाद स्वाभाविक तौर पर उनकी व्यस्तता बढ़ जायेगी. लेकिन इससे उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी. उन पर जनता का भी पूरा अधिकार है.
उनकी पूरी कोशिश होगी कि वे अपने पति का पूरा-पूरा सहयोग कर सके. उन्होंने कहा कि इस मंजिल तक पहुंचने तक उनके सहयोगियों, पार्टी नेतृत्व व आम जनता का पूरा-पूरा सहयोग रहा है. उनकी बेटी व दसवीं कक्षा की छात्र पल्लवी ने कहा कि पहले तो उसे इस खबर पर यकीं ही नहीं हो रहा था. उसने अपनी मां को इसकी सूचना दी.
इस खबर से वह काफी खुश है. इस सूचना के बाद पार्टी समर्थकों व कॉलोनी निवासियों ने जम कर आतिशबाजी की.वह भी इस खुशी में शामिल होना चाहती थी. लेकिन दसवीं की परीक्षार्थी होने के कारण उसे टय़ूशन के लिए जाना पड़ा. उसे उसकी सहेलियों व सहपाठियों ने काफी बधाईयां दी है. उसने कहा कि माध्यमिक परीक्षा होने के कारण उसे अपने पिता के दिशा निर्देशन की काफी जरूरत थी. लेकिन मेयर बनने के बाद वे संभवत: पूरा समय नहीं दे पायेंगे.
वह इसको मिस करेगी. लेकिन पापा के मेयर बने की खुशी से इसका गम दूर हो जायेगा. उसने कहा कि उसके पापा हर कार्य पूरी संजीदगी से करते हैं. इस कारण मेयर पद का भी निर्वाह्न् पूरी दक्षता व सफलता से करेंगे.

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