मुखर्जी पारिवारिक पूजा है 92 वर्ष पुरानी
बराकर : कल्याणोश्वरी रोड स्थित मुखर्जी परिवार की दुर्गापूजा पिछले 92वें वर्षो से हो रही है. शुरुआत मुखर्जी परिवार के पूर्वज हरिचरण मुखर्जी, कालीचरण मुखर्जी एवं दुर्गा मुखर्जी ने की थी. पूजा की विशेषता यह है कि विजया दशमी की शाम पांच बजे तक मुखर्जी परिवार के सदस्य तथा स्थानीय निवासी मां की प्रतिमा को […]
बराकर : कल्याणोश्वरी रोड स्थित मुखर्जी परिवार की दुर्गापूजा पिछले 92वें वर्षो से हो रही है. शुरुआत मुखर्जी परिवार के पूर्वज हरिचरण मुखर्जी, कालीचरण मुखर्जी एवं दुर्गा मुखर्जी ने की थी. पूजा की विशेषता यह है कि विजया दशमी की शाम पांच बजे तक मुखर्जी परिवार के सदस्य तथा स्थानीय निवासी मां की प्रतिमा को कंधे पर ही लेकर नदी जाते है और वहां विसजर्न करते है.
पूजा में मुखर्जी परिवार के लोग कनाडा, जर्मन, दक्षिण अफ्रीका, मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरू आदि शहरों से पूजा में शामिल होने के लिए आते हैं. पूजा में सत्यनारायण मुखर्जी, सुब्रत मुखर्जी, एम मुखर्जी, नागा मुखर्जी आदि सक्रिय है. बराकर हाटतल्ला सार्वजनिक दुर्गापूजा कमेटी 113 वें वर्ष आयोजन कर रही है. पूजा की विशेषता है कि क्षेत्र के सभी महावीर अखाड़ा दुर्गा मंदिर प्रांगण पहुंचते है और एक साथ अखाड़ा खेलते हुए विसजर्न के लिये निकलते है. उक्त पूजा में प्रदीप भगत, शंकर अग्रवाल, श्याम सुंदर भगत, मानिक मुखर्जी, डॉ अजय पोद्दार, अनिल अग्रवाल, विश्वनाथ केजरीवाल आदि सक्रिय हैं. बराकर स्थित लखिया वाद दुर्गापूजा कमेटी की पूजा पिछले काफी वर्षो से होता आ रहा है. उक्त पूजा स्थानीय लोगों की मदद से किया जाता है तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाता है.
बेगुनिया सार्वजनिक पूजा कमेटी का उदघाटन बीते रात रामकिशन मिशन (आसनसोल) के सचिव सोमात्मा नंदी जी महाराज ने दीप प्रज्जवलित कर दुर्गापूजा पंडाल एवं मूर्ति का उद्घाटन किया. स्थानीय युवकों एवं बच्चियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम व नृत्य पेश किया. इंटक नेता हराधन मंडल, सपन बनर्जी, टीएमसी नेता रोबिन लायक , बराकर फांड़ी प्रभारी संजीव दे उपस्थित थे. पूजा कमेटी के सचिव पी बनर्जी, राजू दास, शंकर भगत, सौमित चटर्जी, मधु मंडल, गुलाब आदि सक्रिय हैं.
श्री श्री सार्वजनिक दुर्गापूजा कमेटी रेलवे कॉलोनी दुर्गापूजा का उद्घाटन विधायक उज्जवल चटर्जी ने किया. पूर्व सीआइसी अजय प्रताप सिंह, तारकेश्वर सिंह, मदन चौधरी, कवि दे, साधन राय उपस्थित थे. बेगुनिया स्थित बाबन पाड़ा में 324 वर्ष पहले कन्हाई लाल मुखर्जी के पूर्वजों ने पूजा शुरू की थी. विशेषता यह है कि पूजा आरंभ से विसजर्न तक मुखर्जी परिवार के सभी लोग इक्टठे रहते है और मंदिर प्रांगण में एक साथ बैठकर खिचड़ी का भोग लेते है. बराकर स्थित नागबैशी परिवार द्वारा भी पूजा वर्षो से एक ही परिवार के लोग करते आ रहे है. उक्त पूजा का आरंभ श्याम सुंदर नागबंशी के द्वारा किया गया था.