‘कार फ्री डे’ आयोजित होगा

आसनसोल : दिल्ली सरकार की तर्ज पर पश्चिम बंगाल में पहली बार बर्दवान जिला प्रशासन आसनसोल, दुर्गापुर व बर्दवन जैसे मुख्य शहरों में ‘कार फ्री डे’ मनाने की तैयारी कर रहा है. जिला शासक डॉ सौमित्र मोहन ने आगामी तीन नवंबर को दुर्गापुर स्थित आसनसोल दुर्गापुर विकास प्राधिकार (अड्डा) कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में सुबह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2015 8:17 AM
आसनसोल : दिल्ली सरकार की तर्ज पर पश्चिम बंगाल में पहली बार बर्दवान जिला प्रशासन आसनसोल, दुर्गापुर व बर्दवन जैसे मुख्य शहरों में ‘कार फ्री डे’ मनाने की तैयारी कर रहा है.
जिला शासक डॉ सौमित्र मोहन ने आगामी तीन नवंबर को दुर्गापुर स्थित आसनसोल दुर्गापुर विकास प्राधिकार (अड्डा) कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में सुबह ग्यारह बजे से बैठक बुलायी है. जिसमें पुलिस आयुक्त अजय नंद, पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) सहित सभी वरीय पुलिस अधिकारी, बर्दवान के पुलिस अधीक्षक सहित वहां से सभी वरीय पुलिस अधिकारी, सभी महकमा शासक, आरटीओ, डीको, सभी एसडीआईसीओ, ट्राफिक अधिकारी और अन्य विभागों के भी अधिकारी उपस्थित रहेंगे.जिला शासक डॉ मोहन ने बताया कि बैठक में कार फ्री डे मनाने की तिथि तय की जायेगी.
इसके कार्यान्वयन की रुपरेखा तैयार की जायेगी. उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में सबसे ज्यादा प्रदूषण वाहनों से फैल रहा है. वाहनों में जलनेवाले डीजल और पेट्रोल से नाइट्रोजन गैस, वाटर भेपर, कार्बनडाई ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, वोलाटाइल आर्गेनिक और कम्पाउंडस वातावरण में फैलते है. जिसमें कार्बन मोनो ऑक्साइड, वोलाटाईल आर्गेनिक और कम्पाउंड्स प्राण घातक है.
उन्होंने बताया कि कार फ्री डे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरुक करना है कि अनावश्यक वाहनों का उपयोग न करें. पैदल, साइकिल या पब्लिक बसों और वाहनों का उपयोग करें. इससे निजी वाहनों से फैलनेवाले प्रदूषण पर काफी हद तक रोक लगेगी. कार फ्री डे के दिन जिला के सभी नागरिकों से अपील की जायेगी कि वे इस दिन अपने किसी भी वाहन का उपयोग न करें. इस दिशा में लोगों में जागरुकता फैलने से वाहनों से फैलनेवाले प्रदूषण को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा.
सनद रहे कि दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले सप्ताह ही कार फ्री डे का आयोजन किया था. उन्होंने स्वयं कार का उपयोग न कर साइकिल से अपने कार्यालय तक का सफर तय किया था. उनके साथ उनके कई मंत्री, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी तथा आ आदमी पार्टी (आप) के नेता व कर्मी शामिल हुए थे. उनकी इस पहल को काफी प्रशंसा मिली थी. इसके माध्यम से पर्यावरण सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया गया था. मुख्यमंत्री श्री केजरीवाल ने फ्रत्येक माह में एक दिन इस दिवस के आयोजन की अनिवार्यता बतायी थी.

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