अपराधी रहेंगे जेल के शिकंजों के पीछे
पहल : पुलिस कमिश्नरेट इलाके के थानों में दर्ज हो रही ऑनलाइन शिकायतें आसनसोल : पुलिस आयुक्त सिद्धनाथ गुप्ता ने कहा कि कमिश्नरेट इलाके के निवासियों को बेहतर विधि-व्यवस्था उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकी है तथा इस दिशा में नागरिकों को ऑन लाइन एफआइआर दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. बुधवार को विशेष भेंट […]
पहल : पुलिस कमिश्नरेट इलाके के थानों में दर्ज हो रही ऑनलाइन शिकायतें
आसनसोल : पुलिस आयुक्त सिद्धनाथ गुप्ता ने कहा कि कमिश्नरेट इलाके के निवासियों को बेहतर विधि-व्यवस्था उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकी है तथा इस दिशा में नागरिकों को ऑन लाइन एफआइआर दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है.
बुधवार को विशेष भेंट में उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाओं के उद्भेदन पर विशेष जोर होगा तथा कोशिश होगी कि अपराध से जुड़े अपराधियों को जेल की सींकचों के पीछे रखा जाये.
चौथे पुलिस आयुक्त के रूप में प्रभार लेनेवाले श्री गुप्ता ने कहा कि इस समय मुख्य चुनौती नागरिकों व उद्यमियों को शांत परिवेश उपलब्ध कराना है ताकि विकास व निवेश साथ-साथ चल सके. उन्होंने कहा कि इसके लिए बेहतर रणनीति बनायी गयी है. नागरिकों को तुरंत शिकायत दर्ज करने के लिए प्राथमिकी दर्ज करने के लिए ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करायी गयी है
नागरिक उस पर अपनी शिकायत दर्ज करायें. पुलिस अधिकारी पहले चरण में शिकायतकत्र्ता की सत्यता की जांच करेंगे और सही पाये जाने पर की गयी शिकायत पर एफआइआर दर्ज होगी. उन्होंने कहा कि निदरेष नागरिकों को परेशानी से बचाने के लिए यह जांच जरूरी है. उन्होंने कहा कि ऑन लाइन शिकायत के आधार पर पहला एफआइआर अरविंद थाना में दर्ज किया गया है.
श्री गुप्ता ने कहा कि यदि कोई भी शिकायतकत्र्ता नागरिक अपनी शिकायत लेकर किसी थाना में पहुंचता है तो उसकी शिकायत दर्ज की जायेगी. आनाकानी करनेवाले पुसि अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. स्पष्ट निर्देश है कि शिकायत दर्ज की जायें तथा उस शिकायत की जांच की जाये. दोषी व्यक्तियों के खिलाफ त्वरित गति से कार्रवाई हो. सिर्फ इतना भर कर देने से पुलिस का अधिकांश कार्य पूरा हो जायेगा तथा आम जनता के साथ पुलिस के संबंध भी मैत्रीपूर्ण हो जायेंगे.
पुलिस आयुक्त श्री गुप्ता ने माना कि कमिश्नरेट इलाके में कार्य व विभाग के दायित्वों के अनुरूप पुलिस अधिकारियों की कमी है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह समस्या हर राज्य तथा पूरे प्रदेश में है. सीमित संसाधनों व कम अधिकारियों के साथ ही अपने दायित्वों के सफल निष्पादन की चुनौती को स्वीकार करना है. उन्होंने कहा कि कमीश्नरेट इलाके में पर्याप्त संख्या में सिविक कर्मी नियुक्त है.
बड़ी संख्या में उनका पदास्थापन विभिन्न थाना में किया गया है. लेकिन देखा गया कि वे कई दायित्वों का निष्पादन नहीं कर पाते हैं. इसलिए उनके लिए विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है. उन्हें ऐसा प्रशिक्षण दिया जायेगा ताकि वे मामलों के अनुसंधान को छोड़ कर पुलिसकर्मी के सभी दायित्वों का निर्वाह्न् सही तरीके से कर सके.
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि पिछले छह माह के अपराधों की उन्होंने गहन समीक्षा की है. विभिन्न अपराधों के उद्भेदन और संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी पर कार्य हो रहा है.
उन्होंने कहा कि आपराधिक पृष्टभूमि तथा सक्रिय अपराधियों को अधिक से अधिक समय तक जेल की सींकचों में रखने की योजना पर कार्य जारी है. जरूरत पड़ने पर कुछ मामलों में कस्टडी ट्रायल भी कराया जायेगा. आसानी से उन्हें जमानत न मिल सके, इसकी भी मॉनीटरिंग की जायेगी. ट्रॉफिक व्यवस्था को और अधिक सरल व बेहतर बनाने की दिशा में भी कार्य चल रहा है. वाहन चालकों व नागरिकों के सचेत होने से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयेगी.
कोयला तस्करी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वे कथनी के बजाय करनी पर विश्वास करते हैं. इतना जरूर है कि कोयला तस्करी पर लगे लगाम को और अधिक कसा जायेगा ताकि स्थिति पहले से और बेहतर बने. इस समय कुछ भी खुलासा करना समय से पहले की कार्रवाई हो जायेगी.
उन्होंने कहा कि अधिकारियों का तबादला रूटीन कार्य है. जब-जब इसकी आवश्यकता होती है, तबादले होते हैं. कमिश्नरेट के नियमानुसार ही अधिकारियों के तबादले होंगे तथा सक्षम अधिकारी को उचित पद दिया जायेगा.