केंद्रीय मंत्री बाबुल के खिलाफ लगे पोस्टर

– तृणमूल और माकपा नेताओं से सांठ गांठ करने का लगाया आरोप – जिला कमेटी गठन में दलबदलू नेताओं को वरीयता देने से नाराजगी आसनसोल. केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री सह स्थानीय सांसद बाबुल सुप्रियो के खिलाफ मंगलवार को आसनसोल कोर्ट संलग्न हनुमान मंदिर के मुख्य द्वार पर पोस्टर लगाये गये. उन पर तृणमूल और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2016 8:31 AM

– तृणमूल और माकपा नेताओं से सांठ गांठ करने का लगाया आरोप

– जिला कमेटी गठन में दलबदलू नेताओं को वरीयता देने से नाराजगी

आसनसोल. केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री सह स्थानीय सांसद बाबुल सुप्रियो के खिलाफ मंगलवार को आसनसोल कोर्ट संलग्न हनुमान मंदिर के मुख्य द्वार पर पोस्टर लगाये गये. उन पर तृणमूल और माकपा से सांठगांठ कर जिला कमेटी गठित करने का आरोप लगाया गया है. इन पोस्टरों में उनके खिलाफ जम कर भड़ास निकाली गयी है. तृणमूल के स्थानीय पार्षद देवाशिष बनर्जी ने शाम साढ़े चार बजे आकर सारा पोस्टर फाड़कर हटा दिया.

श्री बनर्जी ने कहा कि मंदिर के गेट पर इस प्रकार की गंदगी नहीं रहनी चाहिए. भाजपा की जिला कमेटी के नयी सूची जारी होने के बाद ही कार्यकर्ताओं में काफी क्षोभ है. अधिकांश नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना है कि मंत्री बाबुल सुप्रियो ने अपने पसंदीदा लोगों को जिला कमेटी में शामिल कराया है. इसे लेकर भाजपा में अंदरुनी कलह आरंभ हो गया है. मंगलवार को कोर्ट संलगन हनुमान मंदिर के गेट पर किसी ने मंत्री के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते हुए पोस्टर चिपका दिया. जिसमें लिखा है- ‘सीपीएम और टीएमसी को लेकर जिला कमेटी क्यों बनी?’ ‘बाबुल सुप्रियो जबाब दो. बाबूल मंत्री हाय हाय, मंत्री तुम शरम करो, खा पीकर कॉमेडी बंद करो’. ‘मंत्री तुम लज्जा करो, घर्षनकारियों की सहायता बंद करो.

सनद रहे कि पहली जनवरी को मंत्री आसनसोल शहर में थे. उस दिन भी वे अपनी गतिविधि के कारण विवाद के घेरे में आ गये थे. वे बिना किसीपूर्व सूचना के तृणमूल के मंच पर आसीन हो गये थे. तृणमूल ने पार्टी स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया था. मंच पर मेयर जितेन्द्र तिवारी व अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे. उन्होंने मेयर श्री तिवारी के आग्रह पर गाना भी गाया था. बाद में पार्टी नेतृत्व ने भी इसे काफी गंभीरता से लिया था. उन्हें राज्य मुख्यालय में बुला कर स्पष्टीकरण मांगा गया था. हालांकि बाद में उन्होंने इसे सौजन्य गतिविधि करार दिया था. लेकिन पार्टी नेताओं खासकर स्थानीय नेताओं ने गहरी नाराजगी जतायी थी. उनका कहना था कि स्थानीय स्तर पर नेताओं व कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

भाजपा का अंदरुनी विवाद या किसी ने गलत प्रचार के लिये इस प्रकार पोस्टर चिपकाये इसपर भाजपा नेता व कर्मी भी चर्चा कर रहे है.

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