एक-एक कर बंद हो रहे कारखाने
रानीगंज : बिना पूर्व सूचना के बाराबनी थाना अंतर्गत सरिषातौली स्थित निजी कोयला खदान(आइसीएमएल) को बंद किये जाने से माइंस में कार्य करने वाले लगभग 2500 श्रमिकों के बेकार हो जाने के प्रतिवाद में 27 को माकपा समर्थित श्रमिक संगठन सीटू सरिषातौली में आंदोलन करेगा. माइन्स को दुबारा किस प्रकार चालू किया जाये, इसकी रणनीति […]
रानीगंज : बिना पूर्व सूचना के बाराबनी थाना अंतर्गत सरिषातौली स्थित निजी कोयला खदान(आइसीएमएल) को बंद किये जाने से माइंस में कार्य करने वाले लगभग 2500 श्रमिकों के बेकार हो जाने के प्रतिवाद में 27 को माकपा समर्थित श्रमिक संगठन सीटू सरिषातौली में आंदोलन करेगा.
माइन्स को दुबारा किस प्रकार चालू किया जाये, इसकी रणनीति तैयार की जायेगी. सीटू के जिला महासचिव वंशगोपाल चौधरी ने सोमवार को संवाददाताओं से मुखातिब होकर यह जानकारी दी. श्री चौधरी ने बताया कि गोयनका ग्रुप के इस कोल माइंस को चालू करने के लिये हस्तक्षेप करने की मांग राज्य सचिव बासुदेव गंगोपाध्याय को पत्र देकर किया गया है.
प्रतिलिपि बर्दवान जिलाधिकारी, अतिरिक्त जिलाधिकारी, आसनसोल एसडीओ, सीएमडी इसीएली, डीजीएमएस धनबाद तथा पुलिस कमिश्नर आसनसोल को दी गयी है. उन्होंने बताया कि माइंस में जामुड़िया, बाराबनी थाना अंतर्गत कई गांवों के ग्रामीण इसमें कार्य करते हैं. 80 के दशक में तत्कालीन विधायक मानिक उपाध्याय के कार्यकाल में माइंस के लिये काफी लोगों ने जमीन दी थी. इनमें से आज तक कइयों को जमीन का दाम तक नहीं मिला है.
कोल माइंस की समस्या के समाधान के लिये एक कमेटी भी बनायी गयी थी. हठात् आइसीएमएल के निदेशक संजीव गोयनका ने रातों रात माइंस को बंद कर दिया. उन्होंने बताया कि अंचल में लगातार एक के बाद एक कल कारखाने बंद हो रहे हैं. कारखानों में श्रमिकों की छंटनी की जा रही है.