बांकुड़ा के एक्तेश्वर मंदिर में गाजन की धूम

मेले में मिट्टी के घड़ों, टोकरी, सूप और पंखों की खूब हो रही बिक्री बांकुड़ा : द्वारकेश्वर नदी के तट पर स्थित प्राचीनतम एक्तेश्वर शिव मंदिर में गाजन की धूम है. हजारों शिवभक्तों की भीड़ उमड़ रही है. मंदिर प्रांगण में दो दिवसीय मेला का आयोजन िकया गया है. दूरदराज से भक्तों का समागम है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2016 7:38 AM
मेले में मिट्टी के घड़ों, टोकरी, सूप और पंखों की खूब हो रही बिक्री
बांकुड़ा : द्वारकेश्वर नदी के तट पर स्थित प्राचीनतम एक्तेश्वर शिव मंदिर में गाजन की धूम है. हजारों शिवभक्तों की भीड़ उमड़ रही है. मंदिर प्रांगण में दो दिवसीय मेला का आयोजन िकया गया है.
दूरदराज से भक्तों का समागम है. विशेष तौर पर गाजन पर्व के माध्यम से गृिहणियां अपने घरेलू साज ओ सामान अर्थात् रसोई घर से संबंधित चीजों की खरीदारी करने से नहीं चूकती है. मंगलवार को भी मेले में मिट्टी के घड़ों के अलावा टोकरी, सूपा, हाथ पंखा इत्यादि की खूब िबक्री हुई. गरमी के प्रकोप की परवाह न करते हुए भी गाजन पर्व में लोगों ने उत्साह के साथ भाग िलया. भक्तों एवं लोगों के सुविधार्थ विभिन्न गैर सरकारी संगठनों, क्लबों ने जलछत्र की व्यवस्था की है. बांकुड़ा के श्री श्याम महोत्सव सेवा समिति ने भी प्याऊ की व्यवस्था की है.
बांकुड़ा में गरमी के प्रकोप से जनजीवन अस्त-व्यस्त
बांकुड़ा. बैशाख महीना शुरू होने के पहले ही एक सप्ताह से बांकुड़ा जिलावासियों को गरमी के प्रकोप का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण उनका जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सुबह 10 बजे के बाद सड़कें वीरान नजर आ रही हैं. बाजारों में चैत्र सेल के बावजूद फीकापन है.
गरमी के कारण लोगों का बाहर निकलना दूभर हो गया है. शीतल पेय की बिक्री भी बढ़ चली है. जगह-जगह हाथ पंखों की खूब बिक्री हो रही है. लोगों की कूलर एवं एसी लगाने की चाहत बढ़ चली है. पिछले तीन-चार दिनों से यहां 45 डिग्री से ऊपर तापमान है.
हालांिक मंगलवार को तापमान 43.2 डिग्री दर्ज की गई है. भीषण गरमी के कारण पेयजल की समस्या भी वढ़ गई है. कुआं, तालाब, नदियों के सूख जाने से स्थिति भयावह हो चली है. हालांकि हाल ही में प्रशासन के प्रयास से जिले में पेयजल की समस्या को मिटाने की कोशिश की जा रही है.

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