हे भगवन ! अब तो रहम कर दे

अप्रैल के अंतिम सप्ताह चलने के बाद भी शहर सहित कोयलांचल के निवासियों को गरमी से कोई राहत नहीं मिल रही है. पारा 43 डिग्री सेल्सियस से 45.9 डिग्री सेल्सियस के बीच रह रहा है. इस समय यदि एक भी काल बैशाखी आ जाती तो कुछ समय के लिये राहत मिलती. लेकिन बंगाल की खाड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2016 7:25 AM
अप्रैल के अंतिम सप्ताह चलने के बाद भी शहर सहित कोयलांचल के निवासियों को गरमी से कोई राहत नहीं मिल रही है. पारा 43 डिग्री सेल्सियस से 45.9 डिग्री सेल्सियस के बीच रह रहा है. इस समय यदि एक भी काल बैशाखी आ जाती तो कुछ समय के लिये राहत मिलती. लेकिन बंगाल की खाड़ी के परिवेश में नमी न रहने के कारण इसके भी आसार नहीं दिख रहे है.
आसनसोल : कोई कोल्ड ड्रिंक्स पीकर प्यास बुझा रहा है , तो कोई शर्बत पीकर. मौसम ऐसा कि लोग अपने घर से निकलने से पहले कई बार सोचते है. सुबह से ही कड़ी धूप, गरम पछुआ हवा मेंलोग झुलसने को मजबूर हो गये हैं. अप्रैल के मौसम में मई -जून जैसी गरमी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. इससे आमलोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इस मौसम की मार खासकर उन्हे ङोलना पड़ रहा है जो हर दिन अपने कार्यालय , कॉलेज आदि जाने को मजबूर हैं. ऐसे लोगों को न चाहते हुए भी धूप और गरम हवा में निकलना पड़ रहा है. गरमी जैसे-जैसे बढ़ रही है. लोगों की बेचैनी भी बढ़ने लगी है. इसका असर मार्केट में सबसे ज्यादा देखा जा रहा है. लोग गरमी से निजात पाने के लिये फ्रिज, एसी, कूलर खरीद रहे है. दुकानों में कई लेटेस्ट मॉडल के फ्रिज, एसी, कूलर मौजूद है.
जिसे पसंद करते हुए लोग इसे खरीदने में देरी नहीं करना चाहते हैं. इस साल की गरमी समय से पहले आ गयी है और हर बार से ज्यादा है. लोगों को इस बात का डर है कि अप्रैल में यह हाल है तो मई-जून में क्या होगा. गरमी के इस मौसम का असर सबसे ज्यादा मार्केट में मिल रहा है. जहां गरमी और बढ़ रही है. मौसम को देखते हुए लोग फ्रिज, एसी और कूलर खरीदने पर मजबूर हैं. गरमी के कारण कई लोग अपने सभी रुम में एसी इस्टॉल करा रहे है. तो कोई छोटा फ्रिज एक्सचेंज कर बड़ा ले रहे है. ताकि हमेशा ठंडा पानी पीने को मिले. हालांकि दुकानदारों का कहना है कि वेडिंग सीजन और फेस्टिव सीजन के अलावा गरमी के कारण फ्रिज ,कूलर व एसी की बिक्री सबसे ज्यादा मार्च से बढ़ जाती है. जो जून के अंत तक रहती है. वैसे इस साल एसी की बिक्री मार्च से ही शुरु है और पिछले साल से अधिक बिक रही है. इस वजह से पहले से मंगाया गया स्टॉक खत्म हो गया है. दुबारा स्टॉक मंगाना पड़ रहा है ताकि ग्राहकों को किसी तरह से परेशानी न हो. शहर के सभी बड़ी दुकानों में वर्लपुल, एलजी, हिटाची, वोल्टाज, सैमसंग जैसी कंपनियों के लेटेस्ट मॉडल उपलब्ध है.
पिछली वर्ष की तुलना में 40 फिसदी वृद्धि
इस साल पिछले साल की तुलना में अब तक एसी की 40 फीसदी ज्यादा बिक्री हो रही है. जिसमें विंडो एसी से ज्यादा स्पलिट एसी की डिमांड है. दुकानदारों का कहना है कि इस साल गरमी की परेशानी ङोलते हुए ज्यादातर लोग एसी खरीद रहे है.पिछले साल में एसी के खरीदार बढ़ते जा रहे हैं. ज्यादातर लोग पावर सेविंग एसी की मांग कर रहे हैं. जिसमें विंडो एसी का क्रेज थोड़ा कम हो रहा है. जगह की कमी व खिड़की को पैक नहीं करने की वजह से कई लोग स्पलिट एसी खरीद रहे हैं. जिसमें इनवर्टर एसी की डिमांड सबसे ज्यादा है.

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