मदनपुर गांव में माकपा के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़
दुर्गापुर : तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री के रूप में पद व गोपनीयता की शपथ लेने के बाद तृणमूल समर्थकों ने विजय जुलूस िनकालने के दौरान अंडाल ब्लॉक के मदनपुर ग्राम में माकपा के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम िदया. घटना को लेकर तनाव का माहौल है. माकपा ने अंडाल थाने […]
दुर्गापुर : तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री के रूप में पद व गोपनीयता की शपथ लेने के बाद तृणमूल समर्थकों ने विजय जुलूस िनकालने के दौरान अंडाल ब्लॉक के मदनपुर ग्राम में माकपा के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम िदया. घटना को लेकर तनाव का माहौल है. माकपा ने अंडाल थाने में मामला दर्ज कराया है. पुलिस इसकी जांच कर रही है.
माकपा के पूर्व विधायक गौरांग चटर्जी ने बताया िक 19 मई को राज्य विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से ही कोयलांचल-शिल्पांचल में माकपा, भाकपा संगठन एवं पार्टी कार्यालयों में तृणमूल कांग्रेस समर्थक लगातार तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दे रहे हैं.
कार्यालयों को दखल िकया जा रहा है. कुमारडीह बी कोलियरी, कुमारडीह ओसीपी, मोयरा कोलियरी, सेनटेनरी इंकलाइन, जामबाद ओसीपी, जामबाद कोलियरी, परासकोल कोलियरी, मधुसूदनपुर कोलियरी, छोरा सात नंबर, खुट्टाडीह स्थित सीटू कार्यालयों पर तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कब्जा कर लिया. अब मदनपुर ग्राम में भी माकपा पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की गई. उन्होंने कहा कि रानीगंज विधानसभा की जनता ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यों से नाराज होकर माकपा प्रत्याशी को जीत िदलाई है. यह तृणमूल कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता हजम नहीं कर पा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जनता की राय को मानते हुए क्षेत्र में शांति कायम न कर तृणमूल कार्यकर्ता िहंसा फैलाने में जुट गये हैं. राज्य में सत्ताशीन तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एक बार भी नेता, कार्यकर्ताओं को निर्देश नहीं दिया कि विपक्षी दलों पर आक्रमण बंद हो. अगर तृणमूल कर्मियों की ओर से मारपीट और तोड़फोड़ की घटना बंद नहीं हुई तो पूरे राज्य में सड़क पर उतर आंदोलन िकया जायेगा ताकि लोकतंत्र की रक्षा हो सके.
बर्दवान जिला परिषद के कर्माध्यक्ष रुपेश यादव ने कहा िक मदनपुर गांव में यह माकपा की गुटबाजी का नतीजा है. तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने की सािजश की जा रही है. राज्य में दूसीर बार ममता बनर्जी के सत्ता में आने के बाद माकपा के जो भी समर्थक क्षेत्र में थे, सबने पार्टी कार्यालय में बैठने से इनकार कर िदया. समर्थक नहीं होने पर माकपा ने इस तरह की सािजश रचते हुये कहा िक तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.