इसीएल के सभी फिल्टर प्लांट होंगे चालू

कल्याण बोर्ड की बैठक में कार्मिक निदेशक ने की घोषणा आवास मरम्मत के दौरान लगाये जायेंगे टाइल्स मार्बल सांकतोड़िया : इस्टर्न कोल फिल्ड लिमिटेड कल्याण बोर्ड की बैठक मंगलवार को शीतलपुर स्थित अतिथि गृह में कार्मिक निदेशक केएस पात्र की अध्यक्षता में हुयी. महाप्रबंधक (कल्याण व सीएसआर) आरके श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (वित्त) आलोक भट्टाचार्या, महाप्रबंधक (सिविल) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2016 7:29 AM
कल्याण बोर्ड की बैठक में कार्मिक निदेशक ने की घोषणा
आवास मरम्मत के दौरान लगाये जायेंगे टाइल्स मार्बल
सांकतोड़िया : इस्टर्न कोल फिल्ड लिमिटेड कल्याण बोर्ड की बैठक मंगलवार को शीतलपुर स्थित अतिथि गृह में कार्मिक निदेशक केएस पात्र की अध्यक्षता में हुयी. महाप्रबंधक (कल्याण व सीएसआर) आरके श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (वित्त) आलोक भट्टाचार्या, महाप्रबंधक (सिविल) एके वर्मा, चीफ मेडिकल सर्विसेज (सीएमएस) डॉ विद्युत गुहा, एटक प्रतिनिधि आरसी सिंह, इंटक प्रतिनिधि गणोश राय, एचएमएस प्रतिनिधि प्रफुल्ल चटर्जी, सीटू प्रतिनिधि सुब्रत बसु राय, बीएमएस प्रतिनिधि प्रदीप कुमार, यूटीयूसी प्रतिनिधि माधव बनर्जी, मुख्य प्रबंधक (सीएसआर एवं कल्याण) पीके पात्र, विवेक कुमार आदि मौजूद थे. बैठक में पानी एवं आवास मरम्मत का मुद्दा छाया रहा. कार्मिक निदेशक श्री पात्र ने कहा कि कंपनी बेहतर मुकाम पर है. श्रमिकों व कर्मियों की सुख सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है.
श्रमिकों को पयेजल तथा बेहतर आवास उपलब्ध कराना प्राथमिकता है. वर्ष 2016-17 में 19 हजार आवासों की मरम्मत का लक्ष्य है. इसमें 152 करोड़ रुपये खर्च होंगे. पिछले वर्ष मात्र 4,135 आवासों की मरम्मत हुयी. पहले ब्लॉक मरम्मत होती थी. लेकिन अधिसंख्य ब्लॉक के अधिसंख्या घरों में अवैध कब्जा है. गिनती के कर्मी हैं. उन कर्मियों को अन्यत्र शिफ्ट कर बेहतर आवास दिये जायेंगे. अवैध कब्जावाले आवासों की मरम्मत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि इलाज के लिए अन्यत्र रेफर करने में कमी लानी होगी. आवश्यक होने पर रेफर होगा ही.
उन्होंने यूनियनों से सहयोग मांगा. एटक प्रतिनिधि श्री सिंह ने कहा कि कई फिल्टर प्लांट बेकार पड़े हुए हैं. मिठानी में 25 लाख की लागत से फिल्टर प्लांट बना, लेकिन मिठानी, बैजडीह एवं पटमोहना में काम करने वाले कर्मियों को पेयजल नहीं मिल रहा है. श्रमिक पांच किलोमीटर दूर से पानी लाने को मजबूर है. वर्ष 2010 के बाद से जिन शिक्षकों की नियुक्ति फ्री प्राइमरी स्कूलों में की गयी, उसका तनख्वाह भुगतान बंद कर दिया गया है.
उसको चालू किया जाय. कार्मिक निदेशक श्री पात्र ने सकारात्मक आश्वासन दिया. विचार करने का मौका मांगा. सिविल विभाग को निर्देश दिया गया कि कंपनी अंतर्गत सभी फिल्टर प्लांटों का निरीक्षण कर अद्यतन रिपोर्ट सौंपे. जहां खराबी है, उसे तुरंत मरम्मत करें. प्रत्येक माह दो एरिया का दौरा करना होगा. कोई भी फिल्टर प्लांट बेकार नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आवास मरम्मत के दौरान सभी में टाइल्स मार्बल लगाये जायेंगे. ताकि बार-बार मरम्मत करने की आवश्यकता नहीं हो. इससे कंपनी का खर्च में कमी आयेगी. एरिया एवं कोलियरी अंतर्गत कैंटीन की व्यवस्था करने को कहा गया है.

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