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कालियाचक में बाढ़ से स्थिति भयावह
गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि सैकड़ों परिवार हुए बेघर राहत एवं बचाव कार्य नदारद फरक्का बैरेज प्रबंधन के खिलाफ रोष मालदा : कालियाचक के 3 नंबर ब्लॉक में बाढ़ की परिस्थिति और भी आतंकित करने वाली हो गयी है. पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 16 सेंटीमीटर की वृद्धि हुयी है. मंगलवार […]
गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि
सैकड़ों परिवार हुए बेघर
राहत एवं बचाव कार्य नदारद
फरक्का बैरेज प्रबंधन के खिलाफ रोष
मालदा : कालियाचक के 3 नंबर ब्लॉक में बाढ़ की परिस्थिति और भी आतंकित करने वाली हो गयी है. पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 16 सेंटीमीटर की वृद्धि हुयी है. मंगलवार को गंगा खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर उपर बह रही थी. जबकि बुधवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर उपर है.
अर्थात कालियाचक का 3 नंबर ब्लॉक का शोभापुर-पारदेउनापुर ग्राम पंचायत जानेवाली एक मात्र सड़क का टाउनशीप से लेकर पारलालपुर से अधिक भाग गंगा में समा गया है. इस सड़क पर कहीं -कहीं कमर भर पानी है. सुजापुर के निकट गंगा के पानी ने 100 मीटर पक्की सड़क को अपने गर्भ में समेट लिया है. गंगा के जल ने इस इलाके के करीब तीस हजार लोगों को बंदी बनाकर रखा है. दूसरी ओर शोभापुर-परदेउनापुर ग्राम पंचायत के अनुपनगर, घेसा चौधरीपाड़ा, घोषपाड़ा एवं मंडलपाड़ा ये तीन गांव के गंगा में समा जाने की वजह से करीब तीन सौ परिवार परलालपुर हाई स्कूल एवं प्राथमिक विद्यालय में शरण लिये हुए हैं. इस विद्यालय में अनिश्चित काल के लिये छुट्टी दे दी गयी है.
पीड़ित परिवारों का आरोप है कि प्रशासन का एक भी सदस्य मौके पर नहीं पहुंचा है. राहत सामग्री मिलनी तो दूर की बात है. परलालपुर गांव निवासी शंभू चौधरी, निर्मला चौधरी, पवन हलदार ने कहा कि मुड़ी और चूड़ा खाकर किसी प्रकार गुजारा करना पड़ रहा है. बीते रविवार को पंचायत की ओर से एक दिन का खाना दिया गया था. स्थानीय निवासियों के साथ पशुओं को भी चारा नहीं मिल पा रहा है.
शोभापुर-परदेउनापुर ग्राम पंचायत की माकपा प्रधान माया सरकार ने बताया कि बीते रविवार को पंचायत कार्यालय की ओर से एक दिन का खाना बाढ़ पीड़ितो को दिया गया था. इसके अतिरिक्त 250 परिवार को चूड़ा और गुड़ उपलब्ध कराया गया है. बीडीओ को परिस्थिति से वाकिफ कराया गया है. बुधवार को ब्लॉक कार्यालय से बाढ़ी पीड़ितो को चावल और त्रिपाल दिया गया है.
बुधवार को जिला युवा तृणमूल अध्यक्ष अम्लान भादुरी ने बाढ़ पीड़ितो की बीच राहत सामग्री वितरित करवायी. इसके साथ ही फरक्का बैरेज के जोनल मैनेजर को ज्ञापन भी सौंपा. इसके बाद उन्होंने बताया कि फरक्का बैरेज के उदासीनता की वजह से ही सैकड़ों परिवार बाढ़ से प्रभावित हुआ है.
दरार मरम्मती का काम समय से कराने पर ऐसी परिस्थिति पैदा होने की संभावना ही नहीं थी. फरक्का बैरेज के जोनल मैनेजर ए.के. सिंह ने बताया कि दिल्ली से रूपया ना आने की वजह से समय से मरम्मती कार्य नहीं हो पाया. उन्होंने बताया कि संबंधित मंत्रालय से बात की गयी थी. परियोजना को अनुमोदन नहीं मिला है. इस समय गंगा का जल स्तर काफी उपर होने की वजह से कुछ भी कर पाना मुश्किल है. पूरी रिपोर्ट दिल्ली को दी जा रही है.
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