तृणमूल पार्षद अख्तर हुसैन बहिष्कृत किये गये
आसनसोल : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर आसनसोल नगर निगम इलाके में प्रस्तावित दस दिवसीय सफाई अभियान के मुद्दे पर मेयर जितेन्द्र तिवारी की अध्यक्षता में रविवार को नये एक्सक्यूटिव हॉल में हुयी बैठक काफी हंगामेदार रही. वार्ड संख्या 65 के तृणमूल कांग्रेस पार्षद अख्तर हुसैन ने निर्धारित मुद्दे से अलग जाकर मेयर श्री […]
आसनसोल : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर आसनसोल नगर निगम इलाके में प्रस्तावित दस दिवसीय सफाई अभियान के मुद्दे पर मेयर जितेन्द्र तिवारी की अध्यक्षता में रविवार को नये एक्सक्यूटिव हॉल में हुयी बैठक काफी हंगामेदार रही. वार्ड संख्या 65 के तृणमूल कांग्रेस पार्षद अख्तर हुसैन ने निर्धारित मुद्दे से अलग जाकर मेयर श्री तिवारी से स्पष्टीकरण मांगा.
उनका कहना था कि कुल्टी विधानसभा क्षेत्र के पार्टी पार्षदों से सादे कागज पर नगर निगम के एक अभियंता ने हस्ताक्षर कराया है. उस हस्ताक्षर का उपयोग मंत्री मलय घटक के खिलाफ पार्टी हाइ कमान के पास किया जा सकता है. श्री तिवारी ने इस मुद्दे पर बाद में चर्चा करने का प्रस्ताव दिया, लेकिन बात नहीं बनी. काफी समय तक भारी हंगामा होता रहा.
चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, उपमेयर तब्बसुम आरा, मेयर परिषद सदस्य अभिजीत घटक, बोरो चेयरमैन गुलाम सरवर आदि ने हस्तक्षेप कर विवाद सलटाने की कोशिश की. आखिरकार मेयर श्री तिवारी ने आजिज आकर घोषणा की कि जबतक श्री हुसैन अपने इस र्दुव्यवहार के लिए सदन से माफी नहीं मांगते तबतक उन्हें नगर निगम बोर्ड सहित सभी बैठकों से बहिष्कृत रखा जायेगा तथा उनके वार्ड में कोई विकास कार्य भी नहीं होगा. इसके बाद श्री हुसैन शांत हुए एवं बैठक की कार्यवाही शुरू हुयी.
सफाई अभियान के मुद्दे पर जैसे ही बैठक शुरू हुयी, श्री हुसैन ने खड़े होकर अपनी बात रखनी शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि नगर निगम के ओवरसियर पार्थो मंडल को भेजकर कुल्टी के 24 तृणमूल पार्षदों से रजिस्टर और सादे कागज में हस्ताक्षर कराया गया. उन्होंने उन पर हस्ताक्षर तो कर दिया. लेकिन इस बैठक में वे मेयर श्री तिवारी से इसका औचित्य जानना चाहते हैं.
पहले इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मिले, इसके बाद बैठक होगी. उन्होंने कहा कि जामुड़िया में भी इस तरह का अभियान चलाया गया है. उन्होंने कहा कि ओवरसियर श्री मंडल ने कुल्टी जाकर पार्षदों से कार्य के बारे में पूछा और उनसे रजिस्टर और एक सादे कागज में हस्ताक्षर करवाया. उससे उन्होंने पूछा कि जब पार्षद पहले ही अपने वार्ड में कार्य की सूची निगम प्रशासन को भेज चुके हैं तो फिर दोबारा सूची मांगने और सफेद कागज में हस्ताक्षर क्यों कराने का क्या औचित्य है?
मेयर श्री तिवारी ने उन्हें बैठने का आदेश देते हुए कहा कि इस विशेष बैठक में सिर्फ सफाई पर चर्चा होनी है.यदिअलग किसी मुददे पर बात करनी हो तो इस बैठक के बाद उनसे मिल कर अपनी बात रख सकते हैं. लेकिन पार्षद श्री हुसैन इस उत्तर से संतुष्ट नहीं हुए. अपनी बात पर काफी देर तक अड़े रहे और मेयर श्री तिवारी से सफाई मांगते रहे. उन्हें चेयरमैन श्री चटर्जी, उपमेयर सुश्री आरा, एमएमआइसी अभिजीत घटक, बोरो चेयरमैन गुलाम सरवर आदि ने शांत होकर बैठने का आग्रह किया. परंतु वे अपनी बात पर अडे रहे. मेयर श्री तिवारी के काफी समझाने के बाद भी हंगामा जारी रहा.मेयर श्री तिवारी ने कहा कि बैठक के दौरान हंगामा कर श्री हुसैन ने सदन को अपमानित किया है.
सदन के साथ दुव्यर्वहार करने और मेयर के आदेश की अवहेलना के लिए उन्हें लिखित माफी मांगनी होगी. जब तक वे इसके लिअए माफी नहीं मांगते तब तक उन्हें नगर निगम बोर्ड सहित नगर निगम से संबंधित किसी भी बैठक में आमंत्रित नहीं किया जायेगा तथा उन्हें बहिष्कृत रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि माफी मांगने तक उनके वार्ड में विकास का कार्य भी ठफ रहेगा.मेयर श्री तिवारी ने कहा कि आसनसोल नगर निगम का दायरा पहले पचास वार्डो तक सीमित था.
अब इसमें कुल्टी, रानीगंज व जामुड़िया नगरपालिका के विलय के बाद दायरा बढ़ कर 106 वार्ड का हो गया है. नगर निगम अंतर्गत 106 वार्डो में विकास कार्य करने के लिए राज्य मउख्यालय से अतिरिक्त राशि की मांग करने के लिए पार्षदों के हस्ताक्षर करा कर आवेदन भेजे गये थे. इसलिए पार्षदों से हस्ताक्षर कराये गये.
बैठक के बाद पार्षद श्री हूसैन ने बताया कि शनिवार को धेमोमेन कोलियरी स्थित तृणमूल कार्यालय में विधायक उज्जवल चटर्जी की मौजूदगी और प्रखंड तृणमूल अध्यक्ष महेश्वर मुखर्जी की अध्यक्षता में हुयी बैठक में कुल्टी के 24 पार्षदों को आगाह किया गया कि निगम द्वारा इंजीनियर भेजकर सफेद कागज में किये गये हस्ताक्षर का दुरूपयोग नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि उन्हें डर है कि कुल्टी के जिन 24 पार्षदों से सादे कागज में हस्ताक्षर कराये गये, उसका मंत्री मलय घटक के खिलाफ किसी साजिश में उपयोग किया जा सकता है. इस कारण इस पर मेयर श्री तिवारी को स्पष्टीकरण देना चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्हें मेयर श्री तिवारी के स्तर से की गयी किसी घोषणा की जानकारी नहीं है. यदि उन्हें किसी बैठक में शामिल होने से रोका गया तो वे उचित पहल करेंगे.
हाइटेक बनाने, खर्च घटाने के लिए होगा लैपटॉप का वितरण
नगर निगम प्रशासन द्वारा पार्षदों को लेपटॉप और नेट कनेक्शन दिये जाने के मुददे पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कई नयी परियोजनाएं आरंभ करने जा रही हैं. सरकार प्रत्यक्ष रूप से पार्षदों से जुड़ कर अपनी योजनाएं और जानकारी उन तक पहुंचाना चाहती हैं. विभिन्न मुददों और विकास मूलक कार्यो को लेकर पार्षद अपने जो सुझाव उन्हें देते हैं, उसकी चर्चा वे दस दिन बाद कोलकाता जाकर विभागीय अधिकारियों से करते हैं. परंतु लेपटॉप और नेट कनेक्टिविटी होने के कारण पार्षद अपने मुददे और सुझाव प्रत्यक्ष रूप से सरकार तक पहुंचा सकेंगे. उन्होंने बताया कि नगर निगम प्रशासन को किसी सूचना को पार्षद तक पहुंचाने के लिए गाडी से पत्र पार्षद के घर भेजा जाता है.
पार्षद उस समय घर पर उपलब्ध नहीं भी रहते हैं परंतु लेपटॉप होने से मिनटों में निगम से कोई जानकारी या सूचना पार्षदों तक भेजी जा सकेगी और पार्षद भी अपना जवाब तुरंत भेज सकेंगे. उन्होंने बताया कि दुनिया भर में कागज के कम से कम इस्तेमाल का प्रयास किया जा रहा है क्योंकि कागज का निर्माण लकड़ी से होता है. इससे पेड़ों को काटना पड़ता है. उन्होंने बताया कि तेजी से हाइटेक होते दूसरे शहरों के मुकाबले में आसनसोल को खड़ा करने के लिए सबसे पहले पार्षदों को हाइ टेक करना होगा. इसके लिए पार्षद नयी तकनीक अपनाने के लिए तैयार रहें.
पार्षद हाइ टेक होंगे तो ही आसनसोल शहार हाइटेक होगा. उन्होंने बताया कि अगर कोई पार्षद लेपटॉप के स्थान पर टेब लेना चाहें तो ले सकते हैं. इसके लिए पार्षदों से वोटर कार्ड की फोटोकॉपी और एक फोटो जमा करने को कहा.