आइएसपी में उत्पादन के क्षेत्र में बना रिकॉर्ड

32.37 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर एक दिन का सर्वश्रेष्ठ रिकार्ड 6076 टन कच्चा लोहा (हॉट मेटल) उत्पादन किया गया बीते सोमवार को लगातार हो रहे श्रेष्ठ उत्पादन से अधिकारियों, कर्मियों में उल्लास का माहौल बर्नपुर. जैसे-जैसे इस्को इस्पात संयंत्न अपनी सम्पूर्ण क्षमता की ओर प्रगतिशील हो रहा है, नई उपलब्धियों का अध्याय ी उसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2016 5:40 AM
32.37 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर एक दिन का सर्वश्रेष्ठ रिकार्ड
6076 टन कच्चा लोहा (हॉट मेटल) उत्पादन किया गया बीते सोमवार को
लगातार हो रहे श्रेष्ठ उत्पादन से अधिकारियों, कर्मियों में उल्लास का माहौल
बर्नपुर. जैसे-जैसे इस्को इस्पात संयंत्न अपनी सम्पूर्ण क्षमता की ओर प्रगतिशील हो रहा है, नई उपलब्धियों का अध्याय ी उसके साथ जुड़ता जा रहा है. अगस्त महीने के अंतिम दिनों में हासिल हुयी कुछ उपलिब्धयों से परिदर्शित हो रहा है कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी राजेश कुमार राठी के नेतृत्व में यह अत्याधुनिक संयंत्न सही दिशा की ओर अग्रसर है .
29 अगस्त को एक तरफ जहां उपमहाप्रबंधक प्रारी पंचानंद बनर्जी के नेतृत्व में पावर व ब्लोइंग स्टेशन नंबर दो विाग ने 32.37 मेगावाट विद्युत पैदा कर एक दिन में अधिकतम बिजली पैदा करने का रिकॉर्ड बनाया, वहीं दूसरी ओर उसी दिन महाप्रबंधक अमित मित्ना के नेतृत्व में ब्लास्ट फर्नेस विाग के कर्मियों ने 6076 टन कच्चा लोहा (हॉट मेटल) उत्पादन कर एक दिन में अधिकतम हॉट मेटल बनाने का नया रिकॉर्ड बनाया. उसी दिन रॉ मटेरियल हैंडलिंग प्लांट ने ी ‘सी’ शिफ्ट में 5680 टन और पूरे दिन में 13,482 टन बेस मिक्स सिंटर प्लांट को सप्लाइ करके अब तक का किसी शिफ्ट तथा पूरे दिन में सप्लाइ का नया कीर्तिमान स्थापित किया.
कार्यपालक निदेशक (वर्क्‍स) पवन कुमार सिंह ने इन उपलब्धियों में ागीदार सी कर्मियों व अधिकारियों के मेहनत और लगन की सराहना की. उन्होंने जल्द से जल्द संयंत्न को अपने सम्पूर्ण क्षमता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया.
इसी क्र म में सोमवार को महीनो के अथक प्रयास के बाद अबाधित बिजली सप्लाइ के लिए एक 33 फ्रीक्वेंसी आइलेंडिंग स्कीम को चालू किया गया. इस प्रणाली के लागू हो जाने से अब किसी ी बड़े पावर फेलियर की स्थिति से निपटने के लिए इस्को स्टील प्लांट ाली-ांति सक्षम हो गया है, महाप्रबंधक (इलेक्ट्रिकल) प्रदीप कुमार पांडा ने कहा कि इस प्रणाली में उपयोग आने वाले एक पैनल को सी कलपुर्जे के साथ फेब्रिकेट करने में करीब चार महीने लगे . ज्यादा से ज्यादा आतंरिक संसाधनों के उपयोग से हासिल इस उपलब्धि पर महाप्रबंधक (पॉवर) रामानुज प्रसाद ने ी प्रसन्नता जाहिर की.
उक्त सिस्टम को इलेक्ट्रो टेक्निकल लैब (इटीएल), पावर डिस्ट्रीब्यूशन तथा पावर व ब्लोइंग स्टेशन नंबर एक व दो के विागीय कर्मियों के संयुक्त प्रयास से चालू किया गया. इस संयुक्त उपलब्धि में इटीएल विाग के अजय शर्मा, सुप्रकाश मुखर्जी, बीबी राय, मंजुश्री एवं पावर डिस्ट्रीब्यूशन विाग के प्रुशटी व अशेष बिस्वाल ने विशेष ाूमिका निाई. सफलताओं की श्रृंखला में मिली इन उपलब्धियों से कर्मियों के बीच नित नए कार्य करने का जोश ओर उत्साह का माहौल है .

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