हड़ताल के विरोध में चिनाकुड़ी माउथडीह में सभाएं

कोयला उद्योग में यूनियनों के दो मोर्चे ने सांला आमने-सामने मोरचा 14 सूत्री मांगों के समर्थन में दो सितंबर को होनी है देश में राष्ट्रीय हड़ताल चिनाकुड़ी. वििभन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की दो सितंबर की राष्ट्रीय हड़ताल के विरोध में चिनाकुड़ी तीन नंबर कोलियरी तथा सोदपुर ग्रुप की माउथडीह कोलियरी में कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2016 7:15 AM
कोयला उद्योग में यूनियनों के दो मोर्चे ने सांला आमने-सामने मोरचा
14 सूत्री मांगों के समर्थन में दो सितंबर को होनी है देश में राष्ट्रीय हड़ताल
चिनाकुड़ी. वििभन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की दो सितंबर की राष्ट्रीय हड़ताल के विरोध में चिनाकुड़ी तीन नंबर कोलियरी तथा सोदपुर ग्रुप की माउथडीह कोलियरी में कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस (आएिनटीटीयूसी) ने बुधवार को गेट सभाएं की. इनमें बीएमएस से संबद्ध खान श्रमिक कांग्रेस तथा एचएमएस से संबद्ध केएमसी के नेताओं ने भी भगीदारी की. हड़ताल के मुद्दे पर यूनियनों के बीच दो मोर्चे सक्रिय हो गये हैं.
इन साओं में केकेएससी के एरिया सचिव इंद्राशन मिश्र, सेंट्रल कमेटी सदस्य रतन मशीह, हलधर कर्मकार, अशोक नोनिया, सुबेलाल राम, केएससी (बीएमएस) के अशोक कुमार, प्रीतम सिंह, त्रिवेणी प्रसाद तथा केएमसी के केडी सिंह, धर्मनाथ पंडित, स्वारथ पासवान आदि मौजूद थे.
केकेएससी के रतन मशीह ने कहा कि प्रदेश में तृणमूल सरकार के गठन के बाद से ही हड़ताल का विरोध पार्टी व यूनियन के स्तर से होता रहा है. पार्टी के हाइ कमान का फमानना है कि किसी भी मांग तथा अधिकार को हड़ताल करके नहीं लिया जाता. बैठक कर भीी समस्या का समाधान किया जा सकता है. हड़ताल करने से कई गरीबों की रोटी छिनी जायेगी. उन्होंने कहा कि एक स्थायी कोयला श्रमिक के एक दिन क ी मजदूरी डेढ़ से दो हजार रुपये होती है. राजनीतिक ला के लिए कुछ यूनियनें हड़ताल कर रही हैं. उनके लिए इस राशि को गंवाने की जरूरत नहीं है. केएससी नेता श्री कुमार ने भी हड़ताल का विरोध किया. उन्होंने कहा कि जिन मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है, उनमें से अधिसंख्य केंद्र सरकार ने मान ली है. लेकिन राजनीतिक मंशा होने के कारण ही सरकार के आग्रह के बाद यूनियन नेताओं ने हड़ताल वापस लेने से इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि राजनीति होने के कारण ही बीएमएस ने इस आंदोलन से खुद को अलग रखा है. उन्होंने कबहा कि इस हड़ताल से देश का विकास बाधित होगा.

Next Article

Exit mobile version