सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले पर झूमा सिंगूर

ग्रामीणों ने एक-दूसरे के चेहरे पर लगाया गुलाल, शंख ध्वनि कर व पटाखे छोड़ खुशी जतायी कोलकाता : सिंगूर के प्रस्तावित नैनो कारखाने के लिए अधिगृहित जमीन मामले में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश अरुण मिश्रा और गोपाला गौड़ा की डिवीज़न बेंच ने जो ऐतिहासिक राय दी है, उसे लेकर सिंगूर के अनिच्छुक किसानों में खुशी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2016 7:22 AM
ग्रामीणों ने एक-दूसरे के चेहरे पर लगाया गुलाल, शंख ध्वनि कर व पटाखे छोड़ खुशी जतायी
कोलकाता : सिंगूर के प्रस्तावित नैनो कारखाने के लिए अधिगृहित जमीन मामले में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश अरुण मिश्रा और गोपाला गौड़ा की डिवीज़न बेंच ने जो ऐतिहासिक राय दी है, उसे लेकर सिंगूर के अनिच्छुक किसानों में खुशी की लहर है. वह अपनी ख़ुशी का इजहार ना-ना तरीके से कर रहे हैं.
बड़े-बुजुर्ग जहां एक-दूसरे के चहेरे पर अबीर लगा कर खुशी जाता रहे हैं, वहीं कृषक गृहिणियां नृत्य और शंख धव्नि के माध्यम से अपनी ख़ुशी को इजहार कर रही हैं. युवक पटाखे फोड़ अपनी ख़ुशी जता रहे हैं. सिंगूर के कसानों का कहना है कि उन्हें ममता बनर्जी के प्रति शुरू से ही आस्था थी. इसलिए उन्होंने अपनी जमीन का दाम नहीं लिया और ममता बनर्जी के आंदोलन में शरीक रहे. वे लोग इस फैसले को पूरे भारत के किसानों और जमीन अधिग्रहण कानून के लिए ऐतिहासिक बता रहे हैं.
सिंगूर के बेर बेरी, खासेर भेड़ी, कामारकुंडू, चंदनपुर आदि इलाके के लोग इसे ममता बनर्जी की बड़ी जीत बता रहे हैं. किसानों ने दो सितंबर को ममता बनर्जी के निर्देश पर सिंगूर दिवस मनाने का निर्णय लिया है. 12 सप्ताह के अंदर अनिच्छुक किसानों की जमीन वापसी के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर किसानों में काफी खुशी है.

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