वर्ष 2021-22 में होगा आठ सौ करोड़ का मुनाफा
गौरांडी बेगुनिया, ईटापाड़ा, मोहनपुर, डाबर और बनजेमारी में नये प्रोजेक्ट लीव इनकैशमेंट, ग्रेच्यूटी भुगतान का मुद्दा उठाया विभिन्न यूनियन प्रतिनिधियों ने रुपनारायणपुर : इसीएल सालानपुर एरिया के महाप्रबंधक जेएन विश्वाल ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में सालानपुर क्षेत्र आठ सौ करोड़ रुपया तक मुनाफा करने वाला एरिया बनेगा. गौरांडी बेगुनिया, ईटापाड़ा, मोहनपुर, डाबर और […]
गौरांडी बेगुनिया, ईटापाड़ा, मोहनपुर, डाबर और बनजेमारी में नये प्रोजेक्ट
लीव इनकैशमेंट, ग्रेच्यूटी भुगतान का मुद्दा उठाया विभिन्न यूनियन प्रतिनिधियों ने
रुपनारायणपुर : इसीएल सालानपुर एरिया के महाप्रबंधक जेएन विश्वाल ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में सालानपुर क्षेत्र आठ सौ करोड़ रुपया तक मुनाफा करने वाला एरिया बनेगा. गौरांडी बेगुनिया, ईटापाड़ा, मोहनपुर, डाबर और बनजेमारी कोलियरियों में नये प्रोजेक्ट खुलेंगे. सोमवार को एरिया जेसीसी की बैठक में उन्होंने यह दावा किया.
बैठक में अतिरिक्त महाप्रबंधक बहादूर सिंह चौहान, एजेंट एससी मित्र, एसएन सिंह, वरीय प्रबंधक (कार्मिक व प्रशासन) राजेश कुमार त्रिवेदी, एरिया सेफ्टी अधिकारी गोपाल सिंह, क्षेत्रीय अभियंता (इएनएम) आरके झा, वित्त प्रबंधक अरुप भट्टाचार्या, एरिया सर्वे अधिकारी सपन भट्टाचार्या, क्षेत्रीय अभियंता (सिविल) आरके मुखर्जी, यूनियन नेता एसएन महता, प्रभात राय, शैलेंद्र सिंह, राजेश सिंह, एसएन गिरि, बीके चौबे, भास्कर राय, प्रवीर चक्रवर्ती आदि उपस्थित थे. महाप्रबंधक श्री विश्वाल ने कोयला मंत्रलय द्वारा जारी निर्देश का पाठ किया. उन्होंने कहा कि खदान में सुरक्षा की प्राथमिकता सबसे अहम है.
सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोई खदान डेंजर जोन में है तो उसे बंद कर दिया जाये. लगातार घाटे में चलने वाले खदान में यदि मुनाफे की संभावना नहीं दिखती है तो उसे बंद कर दिया जाये. बरसात के जल को रेन वाट हर्वेस्टिंग सिस्टम के जरिए जमीन के अंदर रिचार्ज किया जाये. खदान के पानी को शुद्ध करके बाहर निकाला जाये. उन्होंने कहा कि बनजेमारी कोलियरी के विस्तार के लिए वहां स्थित कंपनी के 467 आवासों को रामडी और हॉस्पीटल कॉलोनी में आगामी दो वर्षो के अंदर शिफ्ट किया जायेगा. श्रमिकों के लिए नये आवास वहां बनेंगे. तत्काल बनजेमारी कॉलोनी के 28 आवास दुर्गा मंदिर के पास है. उन्हें शिफ्ट किया जायेगा.
डालमिया में डबल लाईन की नयी साइडिंग बनेगी. ताकि आगामी दिनों में प्रतिदिन पांच से छह रैक कोयला दोनो ओर रैक लगाकर लोड हो सके. गौरांडी, बेगूनिया और ईटापाड़ा प्रोजेक्ट का कोयला श्रीपुर क्षेत्र की गिरमिट साइडिंग में भेजा जायेगा. यूनियन नेताओं ने अवकाश ग्रहण करनेवाले श्रमिकों के लीव इन कैशमेंट और ग्रेच्यूटी का पैसा रोके जाने, कंपनी के आवासों के शौचालय, बाथरुम, कीचन में टाइल्स लगाने, प्रत्येक घर में मीरर लगाने, मोहनपुर में बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का विफल होने का मुद्दा उठाया.
महाप्रबंधक श्री विश्वाल ने आश्वासन दिया कि कमेटी गठित कर अवकाश ग्रहण करनेवाले श्रमिकों का बकाया तत्काल भुगतान किया जायेगा. कंपनी आवासों में श्रमिकों को सभी सुविधाएं दी जायेगी. डाबर कोलियरी कॉलोनी में पानी के लिए पीएचईडी से बात चल रही है. मोहनपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एक सप्ताह में कार्य करने लगेगा.