दुर्गापुर में कड़ी सुरक्षा में निकले मुहर्रम के अखाड़े

दुर्गापुर : मुसलिम समुदाय के साल के आखिरी और शहादत के मिहना यानि इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए शहर के मेनगेट, कांदा रोड, नईम नगर, बेनाचिति मसजिद मुहल्ला, एमएएससी, बी जोन इलाकों में विभिन्न मुहर्रम कमेटियों ने ताजिया के अखाड़े बुधवार को निकाले. मुहर्रम की दसवीं पर ताजिया और अखाड़े के दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2016 5:22 AM
दुर्गापुर : मुसलिम समुदाय के साल के आखिरी और शहादत के मिहना यानि इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए शहर के मेनगेट, कांदा रोड, नईम नगर, बेनाचिति मसजिद मुहल्ला, एमएएससी, बी जोन इलाकों में विभिन्न मुहर्रम कमेटियों ने ताजिया के अखाड़े बुधवार को निकाले.
मुहर्रम की दसवीं पर ताजिया और अखाड़े के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस व प्रशासन के स्तर से व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ईस्ट) कुमार गौतम तथा सहायक पुलिस आयुक्त (ईस्ट) विमल कुमार मंडल ने सुरक्षा की कमान संभाल रखी थी.
पिछले साल हुयी गड़बड़ी को ध्यान में रखते हुए इस बार पुलिस प्रशासन की ओर से सबसे अधिक पुलिस की तैनाती मेनगेट और कांदा रोड में की गयी थी. कादा रोड और नईम नगर मुहर्रम अखाड़ा कमेटी के अखाड़ों में युवकों ने विभिन्न करतबों का प्रदर्शन किया. लाठी, तलवार तथा अन्य घरेलू हथियारों के साथ युवको ने करतब प्रस्तुत किए. मौके पर पांच नंबर बोरो कमेटी के चेयरमैन धमेंन्द्र यादव, मेयर परिषद सदस्य प्रभात चटर्जी आदि उपस्थित थे.
उन्होंने मुहर्रम पर बधाई देते हुए कहा कि हर पर्व भाईचारा का संदेश देता है, लेकिन कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए शांति और भाईचारा को भंग करने की कोशिश में लगे रहते है. उन लोगो के झांसे में न आकर शांति पूर्ण पर्व मनाये. मौलाना मेहबूब रजवी ने बताया कि इस्लाम का झंडा बुलंद करने के लिए इमाम हुसैन ने पुरे परिवार के साथ करबला के मैदान में शहादत दी थी. उनकी उस शहादत की याद में मुहर्रम पर ताजिया और अखाड़े निकाले गये.

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