सड़क जाम, पुलिस वाहन होने का दावा

वाहन के चालक की गिरफ्तारी, मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग विभागीय वाहन होने से पुलिस अधिकारियों का इनकार, जांच का दिलासा बांकुड़ा जिले के कोतुलपुर इंदास सड़क पर वनदांगा के निकट हुई घटना बांकुड़ा. कोतुलपुर थाना अन्तर्गत वनदांगा के निकट तेज रफ्तार से जा रहे वाहन की चपेट में आ जाने से गुरुवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2016 1:09 AM

वाहन के चालक की गिरफ्तारी, मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग

विभागीय वाहन होने से पुलिस अधिकारियों का इनकार, जांच का दिलासा

बांकुड़ा जिले के कोतुलपुर इंदास सड़क पर वनदांगा के निकट हुई घटना

बांकुड़ा. कोतुलपुर थाना अन्तर्गत वनदांगा के निकट तेज रफ्तार से जा रहे वाहन की चपेट में आ जाने से गुरुवार को आठ वर्षीय सुजीत ढ़ाली की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. पुलिस के अनुसार सुबह साढ़े 11 बजे सुजीत अपनी दादी के साथ सड़क किनारे सब्जी बेच रहा था. तभी तेज रफ्तार से ओवर टेक कर रहे वाहन ने उसे अपनी चपेट में ले लिया. काफी हंगामा करने के बाद भी वाहन भागने में सफल रहा. घटना के विरोध में स्थानीय निवासियों ने सड़क जाम कर दिया. वे वाहन के चालक की गिरफ्तारी व मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग कर रहे थे. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद आंदोलन समाप्त हुआ.

स्थानीय निवासियों ने कहा कि कोतुलपुर इन्दास सड़क पर वनदांगा के निकट सड़क किनारे सुजीत अपनी दादी के साथ सब्जी बेच रहा था. सड़क के किनारे काफी जगह थी. लेकिन दो वाहनों के रेस्सा-रेसी में वाहन से सड़क से काफी दाहिने जाकर सुजीत को अपनी चपेट में ले लिया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने उक्त वाहन को पकड़ने की कोशिस की. लेकिन चालक वाहन लेकर भागने में सफल रहा. इधर घटनास्थल पर ही सुजीत की मौत हो गयी. प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि सुजीत को कुचलनेवाले वाहन के पीछे पुलिस लिखा हुआ था.

पुलिस वाहन से दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय नागरिक आक्रोशित हो गये. उन्होंने शव के साथ सड़क जाम कर दिया. उन्होंने मांग की कि उक्त पुलिस वाहन के चालक को गिरफ्तार किया जाये तथा मृतक के परिजनों को सरकारी स्तर से मुआवजे का भुगतान किया जाये. घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस अदिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्हें भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा. वाहन के बारे में मिली जानकारी के बाद उन्होंने उक्त वाहन के पुलिस के होने के तर्क को पूरी तरह से खारिज कर दिया. लेकिन आंदोलनकारी अड़े रहे.

अंत में पुलिस अधिकारियों ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने, वाहन चालक को गिरफ्तार करने तथा मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. इसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ तथा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

ऊनवासियों का कहना था कि सड़क पर चालक अनियंत्रित रूप से वाहन चलाते हैं. इसका खामियाजा राहगीरों व सड़क के किनारे रहे निवासियों को भुगतना पड़ता है. उन्होंने उक्त स्थल पर पथ अवरोधक बनाने की मांग की.

लोगो का मानना है कि जिस गाड़ी के द्वारा दुर्घटना घटी है उस गाड़ी के पीछे पुलिस लिखा हुआ था. हुई घटना के चलते गाड़ी को पकड़ा नही जा सका .दुसरी तरफ पुलिस के गाड़ी द्वारा हुई दुर्घटना से इंकार किया गया है . घटना को लेकर इलाके मे तनाव का माहोल बना रहा.दुर्घटना के विरोध मे स्थानीय लोगो द्वारा पथ अवरोद किया गया .बाद मे पुलिस के आश्वासन पर अवरोध हटा .

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