एचसीएल में कर्मियों ने भरा वीआरएस फॉर्म

बंदी की आधिकारिक घोषणा के बाद प्रबंधन की शर्त बनी बाध्यता पे स्केल की जानकारी नहीं, लेकिन करनी पड़ी उसी पर राशि की दावेदारी यूनियनों का सामूहिक प्रतिवाद भी नहीं आया काम, दिलासे पर टिका भविष्य रुपनारायणपुर : हिंदुस्तान केबल्स लिमिटेड (एचसीएल) प्रबंधन की शर्तो पर सोमवार को वीआरएस फॉर्म जमा देने के अंतिम दिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2016 7:46 AM
बंदी की आधिकारिक घोषणा के बाद प्रबंधन की शर्त बनी बाध्यता
पे स्केल की जानकारी नहीं, लेकिन करनी पड़ी उसी पर राशि की दावेदारी
यूनियनों का सामूहिक प्रतिवाद भी नहीं आया काम, दिलासे पर टिका भविष्य
रुपनारायणपुर : हिंदुस्तान केबल्स लिमिटेड (एचसीएल) प्रबंधन की शर्तो पर सोमवार को वीआरएस फॉर्म जमा देने के अंतिम दिन कर्मियों की लंबी लाईन लगी रही. रुपनारायणपुर यूनिट में 31 अक्तूबर तक 58 वर्ष उम्र से कम 494 श्रमिक तथा 28 अधिकारी कार्यरत है. जबकि वर्ष 58 से वर्ष 60 के बीच 146 कर्मी है. कुल 490 कर्मियों व 27 अधिकारियों तथा 58 वर्ष से अधिक उम्र के 144 कर्मियों ने वीआरएस फॉर्म जमा किया.
सनद रहे कि 28 सितंबर को केंद्र सरकार ने इसकी बंदी की मंजूरी दी. कर्मियों के बकाये भुगतान के लिए वीआरएस फॉर्म जारी हुआ. इसे जमा देने की अंतिम तारीख 31 अक्तूबर निर्धारित थी.
इसमें कर्मियों को जानकारियों के लिए सीधे जिम्मेवार ठहराया गया है. रिस्क फेक्टर भी कर्मियों के जिम्मे हैं. यूनियन नेताओं ने इसका विरोध किया था. उनका तर्क था कि प्रबंधन वर्ष 2007 के पे स्केल का विवरण उपलब्ध कराये. जबकि फॉर्म मेंराशि की दावेदारी इसी पे स्केल पर करनी है. 26 अक्तूबर को सीएमडी के साथ यूनियन नेताओं ने 15 सूत्री मांगों पर चर्चा की. सीएमडी ने सभी मांगों पर मौखिक सकारात्मक आश्वासन दिया. उन्होंने 31 अक्तूबर तक सभी कर्मियों को वीआरएस फॉर्म जमा करने का आग्रह किया. इसके बाद मांगों पर मंत्रलय से चर्चा करने की बात कही. जिसके उपरांत प्रबंधन की ही शर्तो पर कर्मियों ने वीआरएस फॉर्म जमा किया.

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