हत्या, लूट कांड के आरोपी दीपक की तलाश में खाक छान रही पुलिस

नहीं मिला कोई सुराग, पुलिस की कार्य क्षमता पर खड़े हो रहे सवाल अपराधी ने बंदूक िनकाल कर चालक पर तीन गोलियां दागी दुर्गापुर. कोकओवन थाना अंतर्गत बीसी राय एवेन्यू के गैरेज मोड़ स्थित भारत पेट्रोलियम का दुर्गापुर ऑटो फिलिंग रेपियरिंग वर्क्स पेट्रोल पंप ट्रक चालक की हत्या कर पेट्रोल पंप से रुपया लूट की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2016 8:04 AM
नहीं मिला कोई सुराग, पुलिस की कार्य क्षमता पर खड़े हो रहे सवाल
अपराधी ने बंदूक िनकाल कर चालक पर तीन गोलियां दागी
दुर्गापुर. कोकओवन थाना अंतर्गत बीसी राय एवेन्यू के गैरेज मोड़ स्थित भारत पेट्रोलियम का दुर्गापुर ऑटो फिलिंग रेपियरिंग वर्क्स पेट्रोल पंप ट्रक चालक की हत्या कर पेट्रोल पंप से रुपया लूट की घटना को अंजाम देने के आठ दिन बाद भी आरोपी दीपक साव पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. उसकी तलाश में पुलिस उसके छिपने के तमाम ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, लेकिन हर बार असफलता हाथ लग रही है. सूत्रों के मुतािबक दीपक की गिरफ्तारी के लिये पुलिस बिहार के वैशाली जिला स्थित उसके रतनपुर गांव पर भी निगरानी रखे हुये हैं. मोबाइल लोकेशन के माध्यम से भी उसे पकड़ने का प्रयास जारी है, लेकिन घटना के बाद से ही उसका मोबाइल बंद है.
गौरतलब है िक 23 अक्टूबर की रात लगभग ग्यारह बजे बाइक से दीपक साव नामक अपराधी पेट्रोल पम्प परिसर में आया और बाइक खड़ी कर सीधे कैश काउंटर की ओर बढ़ने लगा. तभी पंप में बैठे ट्रक चालक मदन चौहान ने अपराधी को रोकने का प्रयास किया, उसी दौरान अपराधी ने बंदूक िनकाल कर चालक पर तीन गोलियां दाग दीं. घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई. गोलियों की आवाज सुन भयभीत होकर पंप का सुरक्षाकर्मी छिप गया और कैश काउंटर पर बैठा कर्मी काउंटर छोड़ कर पीछे हट गया. इसी मौके का फायदा उठा कर वह बदमाश रूपये लूट कर भागने में कामयाब हो गया. घटना के बाद पेट्रोल पम्प मालिक हरिहर यादव ने कोकओवन थाना में अपराधी दीपक साव के खिलाफ हत्या और नगदी लूट का मामला दर्ज कराया. इसके आधार पर पुलिस अभी तक उस अपराधी की तलाश में जुटी हुई है.
सूत्रों के मुतािबक दीपक साव के खिलाफ केवल कोकओवन थाना में ही डकैती, छिनतई, हत्या की कोिशश सहितकई मामले दर्ज है. पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. सभी रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों पर भी तलाश की जा रही है. बावजूद इसके नतीजा सिफर है. घटना के करीब 9 दिन बीत गये हैं, लेिकन अब तक उसे न खोज पाने से कमिश्नरेट पुलिस की कार्य क्षमता पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.

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