हर ओर मचा रहा हाहाकार, अनिश्चियता

आसनसोल : केंद्र सरकार के स्तर से मंगलवार की रात 12 बजे से पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट का प्रचलन बंद करने की घोषणा के बाद बुधवार को आसनसोल महकमा सहित पूरे शिल्पांचल में आर्थिक आपातकाल (इकोनॉमी इमरजेंसी) की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. विभिन्न पूजा की छुट्टियों के बाद सामान्य लय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2016 8:35 AM
आसनसोल : केंद्र सरकार के स्तर से मंगलवार की रात 12 बजे से पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट का प्रचलन बंद करने की घोषणा के बाद बुधवार को आसनसोल महकमा सहित पूरे शिल्पांचल में आर्थिक आपातकाल (इकोनॉमी इमरजेंसी) की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. विभिन्न पूजा की छुट्टियों के बाद सामान्य लय में आ रहे बाजार में 95 फीसदी से अधिक तक का व्यवसाय बाधित रहा.
कैश व्यवसाय पूरी तरह से ठप रहा. बड़े उद्योगपति, थोक व्यवसायियों से लेकर फुटपाथी दुकानदारों तक के समक्ष स्थिति स्पष्ट नहीं है कि आनेवाले समय में परिस्थिति क्या होगी? बैंक व डाकघर ग्राहकों के लिए बंद रहे. लेकिन अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच बैठकें चलती रही. गुरुवार से बैंक खुलने के बाद इन नोटों को जमा करने, इनके विनिमय में नये नोटों या सौ रुपये व 50 रुपये के नोटों को निर्गत करने, एटीएम में रूपये भरने की रणनीति बनती रही. अधिसंख्य निवासियों का कहना था कि सरकार को थोड़ा समय देना चाहिए था. इतनी आर्थिक अराजकता हाल के दशकों में कभी नहीं दिखी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा के बाद से ही आसनसोल शहर सहित पूरे शिल्पांचल में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. अधिसंख्य निवासी अपने-अपने घरों से घर में रखे पांच सौ तथा एक हजार रूपये के सभी नोट लेकर बैंकों व एटीएम सेंटरों की ओर भागे.
सड़क पर भागमभाग की स्थिति उत्पन्न हो गयी. एटीएम सेंटरों के समक्ष कुछ ही समय में लंबी लाइन लग गयी. एटीएम से रुपये निकालने के लिए ग्राहकों की भीड़ काफी कम थी. कुछ लोगों ने वहां से सौ रूपये की चाहत में कुछ रूपयों की निकासी भी की. लेकिन निकासी में पांच सौ और एक हजार रूपये के नोट निकलने के बाद हताश होकर उन्होंने राशि की निकासी बंद कर दी. इधर रूपये जमा करने की मशीन में भी काफी परेशानी होने लगी. लंबी कतार होने के कारण एटीएम ऑपरेट करने में भी काफी परेशानी हो रही थी.
कुछ ही देर बाद अधिसंख्य एटीएम में तकनीकी गड़बड़ी होने लगी. कई मशीनों का लिंक फेल हो गया. रूपये जमा करनेवाला हर शख्त अपने आगेवाले पर शीघ्र करने के लिए दबाब बना रहा था. सर पर 12 बजने की तलवार लटक रही थी. इसके कारण झड़पें भी होती रही. कई स्थानों पर पुलिसकर्मियों को स्थिति संभालनी पड़ी. दूसरी ओर सबसे अधिक भीड़ पेट्रोल पंपों पर उमड़ पड़ी. सभी अपने वाहनों में अधिक से अधिक डीजल व पेट्रोल लेने की कोशिश कर रहे थे. दूसरी ओर काउंटर में पांच सौ व एक हजार रुपये के नोट को लेकर कई तरह की अफवाहें चल रही थी. पेट्रोल पंप परिसरों में भी झड़पें होती रही. पुलिसकर्मियों ने सबको शांत किया. उन्हें बताया गया कि 11 नवंबर तक पेट्रोल पंपों पर पांच सौ व एक हजार रुपये के नोट स्वीकार किये जायेंगे. इसके बाद स्थिति थोड़ी सामान्य हुयी.
नोटों के प्रचलन पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के समय प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आम नागरिकों की परेशानियों को देखते हुए जो सहूलियतों की घोषणा की थी, बुधवार को वे नाकाफी रही.
नागरिकों सहित समाज के हर तबकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. नेशनल हाइवे दो सहित विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गो पर टॉल प्लाजा में इन नोटों को लेने की घोषणा की गयी थी. अधिसंख्य वाहन चालकों ने कहा कि रात्रि 12 बजे से ही टॉल प्लाजों के कर्मचारियों के साथ उनका विवाद शुरू हो गया. सौ से कम रूपये के शुल्क पर वे पांच सौ या एक हजार रुपये के नोट लेने के लिए वे तैयार ही नहीं हो रहे थे. उनका तर्क था कि उनके पास खुदरा पैसे नहीं है. इस कारण वे रुपये नहीं लेंगे. इन विवादों के कारण चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कहीं-कहीं तो मारपीट की स्थिति उत्पन्न हो गयी. वाहन चालकों को सुबह दस बजे के बाद राहत मिली, जब केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गढकरी ने 11 नवंबर की रात 12 बजे तक सभी टॉल प्लाजा पर शुल्क वसूली पर रोक लगा दी.
रेलवे में यात्रियों की भारी फजीहत
आसनसोल स्टेशन के कंप्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र के काउंटरों पर दोनों मोट लिये गये. स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार तथा फुट ओवरब्रिज पर बेटिकट यात्रियों से जुर्माना वसूलने के क्रम में टिकट संग्रहकों ने ये नोट लिये. पार्सल कार्यालय में कार्यरत पार्सल क्लर्क ने कहा कि बुकिंग के लिए ये नोट नहीं लिये जा रहे हैं.
वे किसी झमेले में नहीं पड़ना चाहते. आसनसोल स्टेशन के जनाहार काउंटर पर इन नोटों को स्वीकार किये गये. साथ ही उन यात्रियों के नाम, पता, फोन नंबर आदि रजिस्टर में दर्ज किये गये. फूड प्लाजा में इन नोटों को स्वीकार नहीं किया गया. इससे ग्राहकों को भारी परेशानी हुयी. जो ग्राहक खाना खा चुके थे, उन्होंने बड़ी मुश्किल से भुगतान किया. यात्रियों व काउंटरकर्मियों के साथ कई बार विवाद हुआ.
आसनसोल स्टेशन परिसर स्थित छोटे छोटे फुड काउंटरों पर भी नोट नहीं लिये गये. यात्री,सुपर फास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों से आसनसोल स्टेशन पर खाना, नाश्ता और जलपान के लिए उतरने वाले यात्रियों और दुकानदारों के बीच पूरे दिन विवाद होता रहा. स्टेशन के निकट एटीएम बंद रहने से भी यात्री परेशान थे. टैक्सी स्टैंड आये यात्रियों से चालकों ने इन नोटों को न लेने की शर्त पर भाड़ा तय किया. बड़ी संख्या में यात्री पैदल ही बस स्टैंड की ओर गये.
सरकारी अस्पतालों में स्थित मेडिसीन दुकानों पर ये नोट स्वीकार किये गये. लेकिन कम कीमत होने पर ग्राहकों को लौटाया जाता रहा. तीन सौ रूपये से अधिक राशि होने पर ही ये नोट लिये गये. लेकिन निजी मेडिकल दुकानों पर ये नोट नहीं लिये गये. शहर तथा शिल्पांचल में सरकारी अस्पताल परिसरों में दवा दुकानों की संख्या कम होने के कारण काफी परेशानी हुयी. मरीजों के परिजन इधर-उधर भटकते रहे तथा दुकानदार अपनी बिक्री मार खाने का रोना रोते रहे.
बस यात्रियों की फजीहत. अधिसंख्य लौटे घर को: आसनसोल. आसनसोल सिटी बस स्टैंड स्थित एसबीएसटीसी बस डिपो में यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा.
बस कर्मचारी राजू बाउरी ने कहा कि पांच सौ तथा एक हजार के नोट प्रतिबंधित होने के कारण यात्री परेशान रहे. अमूमन कोलकाता जाने वाले अधिकांश यात्री एक हजार तथा पांच सौ के नोट का व्यवहार करते रहे है. प्रतिदिन 50 हजार का सेल एसबीएसटीसी केा आसनसोल डिपो से मिलता था. लेकिन बुधवार का 34 सौ रूपये का सेल मिला. रूपनारायणपुर निवासी विजय रजक ने कहा कि वे कल्याणी जाने के लिए आसनसोल पहुचे थे. लेकिन पांच सौ मूल्य नोट के बदले में बस कर्मचारी ने टिकट देने से इंकार कर दिया. जिसके बाद सौ- सौ का नेाट कराने में बटा देकर कराना पड़ा. महेश कुमार ने कहा कि मिनी बस का प्रतिदिन सेल 35 सौ रूपये का होता था. लेकिन 12 सौ रूपये भी बड़ी मुश्किल से मिल रहा है.
बैंक कार्यालयों में पूरे दिन चलती रही बैठकें
आसनसोल के विभिन्न बैंकों में गुरूवार को नोट बदलने जाने की तैयारी को लेकर पूरे दिन बैठक चलती रहीं. निजी बैंक के शाखा प्रबंधक ने कहा कि बैंकों में तैयारियां चलती रहीं. आरबीआइ से आये निर्देश के तहत एटीएम को 10 नवंबर तक बंद रखा गया है. एटीएम से पांच सौ एक हजार के नोट निकालकर उनमें एक सौ और पचास रूपये के नोट भरे जायेंगे.
यूनियन बैंक के शाखा प्रबंधक ने कहा कि प्रत्येक बैंक अपने कार्यालय में उपलब्ध काउंटरों का विभाजन कर नोट बदलने के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था करेगा. उनके कार्यालय में मौजूद तीन काउंटरों में से एक काउंटर पर एक्सचेंज प्रक्रिया चलेगी जबकि बाकी के काउंटर सामान्य रूप से कार्य करेंगे. आरबीआइ के निर्देश मुख्य कार्यालय होकर रिजनल कार्यालय शाखा कार्यालय आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पांच सौ और एक हजार के नोटों को बदलने के लिए ग्राहक को मूल पहचान प्रमाण पत्र यथा -वोटर आइडी कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, नरेगा कार्ड में से किसी एक के साथ आना होगा. ग्राहक अपने बैंक में राशि सीधे अपने खाते में जमा करेंगे. अन्य बैंक में जाने पर ग्राहकों को एक फॉर्म एनेक्सर पांच दिया जायेंगा, जिन पर बैंक और बैंक की शाखा का नाम,पहचान पत्र का क्रमांक संख्या, जमा कर्ता के नाम, नोटों की संख्या भरकर हस्ताक्षर कर काउंटर पर जमा करने होंगे.
आसनसोल के इंडियन ओवरसिज बैंक शाखा के कार्यालय में भी आरबीआइ से नोट बदलने को लेकर आये निर्देश को लेकर शाखा प्रबंधक और अधिकारियों की बैठक हुई. शाखा प्रबंधक ने कहा कि गुरूवार से नोट बदलने को लेकर आरबीआइ से विशेष निर्देश आये हैं जिसके तहत ही बैंक कल एक्सचेंज कार्य करेंगे.
उन्होंने कहा बैंक में मौजूद काउंटरों में से एक्सचेंज कार्य के लिए एक काउंटर आवंटित किये जायेंगे बाकी में सामान्य कार्य होंगे. रिजनल कार्यालय से मिले निर्देश के तहत शाखा कार्यालयोंसे बैंकों में जमा करेंसी के स्टॉक की जानकारी भेजी गयी है. कल आरबीआइ से आये निर्देश के तहत नोट एक्सचेंज किये जायेंगे.
डाकघरों में होगी अतिरिक्त व्यवस्था, बनी रणनीति
आसनसोल प्रधान डाक घर कार्यालय में वरिष्ठ डाक अधीक्षक अमित लाहिडी ने एएसपी (मुख्यालय) सुब्रत सामंत एवं पोस्टल अधिकारियों के साथ औपचारिक बैठक की.बैठक में गुरूवार को काउंटरों पर नोट बदलने आने वाले ग्राहकों को परिसेवा देने संबंधी परिसेवा की तैयारी की नीति बनायी गयी.श्री लाहिडी ने कहा कि पांच सौ हजार के नोटों को बदलने को लेकर आरबीआइ से वित्तिय संस्थानों बैंकों पोस्ट ऑफिसों को दिशा निर्देश भेजे जा रहे हैं.
उन्होंने कहा निचले तल्ले स्थित काउंटरों में से एक काउंटर पर नोटों को बदला जायेगा. बाकी के काउंटरों पर सामान्य रूप से काम काज होगा. आसनसोल मंडल अंतर्गत उप डाक घरों को भी एक्सचेंज कार्य के लिए उपयोग किया जायेगा. गरूवार को नोट बदलने के लिए काउंटर पर लगने वाले भीड को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल बुलाये जायेंगे जरूरत के अनुसार अतिरिक्त स्टॉफ भी काउंटर पर मौजूद रहेंगे. काउंटर पर नोट डिटेक्टर मशीन भी उपयोग की जायेगी.

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