चिनाकुड़ी में कम नहीं हो रही बैंकों में लगी लाइन
अहले सुबह से ही ग्राहक जमा होने लगते हैं बैंक के सामने दो-दो किलोमीटर लंबी लाइन लगने के कारण राशि की गारंटी नहीं चिनाकुड़ी. पुराने नोट को बदली कराने के लिए चिनाकुड़ी तीन नंबर स्थित भारतीय स्टैट बैंक में अहले सुबह से ही ग्राहकों की लाइन लग जाती है. भीड़ कमने का नाम नहीं ले […]
अहले सुबह से ही ग्राहक जमा होने लगते हैं बैंक के सामने
दो-दो किलोमीटर लंबी लाइन लगने के कारण राशि की गारंटी नहीं
चिनाकुड़ी. पुराने नोट को बदली कराने के लिए चिनाकुड़ी तीन नंबर स्थित भारतीय स्टैट बैंक में अहले सुबह से ही ग्राहकों की लाइन लग जाती है. भीड़ कमने का नाम नहीं ले रही है.
सनद रहे कि बीते आठ नवंबर से नोटबंदी का निर्णय लागू किया गया है. इसके बाद 30 दिसंबर तक पांच सौ व एक हजार रुपये के पुराने नोट बदले जाने हैं. इसके बाद से ही बैंकों व डाकघरो मं पुराने नोट जमा करन ेतथा राशि निकासी के लिए ग्राहकों की भीड़ लगने लगी है. बैंकों के सामने दो-दो किलोमीटर की लाइन लग रही है. कई लोग दिन भर लाइन में खड़े रहकर भी राशि निकासी नहीं कर पा रहे है. बैंक के समीप आते आते बैंक बंद हो जाता है.
चौदह दिन बीत जाने के बाद भी बैंकों के सामने कतारें कम नही हो रही. मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरुष कतार में खड़े रहे. कतार में खड़े लोगों का कहना है कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एवं काला धन के विरुद्ध लड़ाई लड़ रही है. यह एक अच्छा कदम है. परंतु सारा विधि व्यवस्था को पहले दुरुस्त कर लेना चाहिए था. अब सारा काम धंधा को छोड़ कर दिन भर बैंक में पैसा बदलवाने के लिये कतार में खड़े रह रहे है. वह भी कोई निश्चित नहीं है कि कतार में जितने भी लोग खड़े है सभी का नोट बदली हो जायेगी. बैंक अपना समय पर बंद कर देता है. कई लोग नोट बदलने के लिए लंबी लाइनों से बचने के लिए एटीएम के चक्कर काटने लगे है. लेकिन उन्हें मायूस होना पड़ रहा है.
चिनाकुड़ी निवासी जितेंद्र कुमार ने कहा कि वे चिनाकुड़ी तीन नंबर एसबीआइ के एटीएम के पास पहुंचा लेकिन वहां शटर बंद था. यहां से कुछ ही दूरी पर सांकतोड़िया एसबीआइ एटीएम पहुंचे. एटीएम खुला देख मन में थोड़ी उम्मीद जगी कि पैसा निकाल लेंगे. लेकिन अंदर गया तो पाया कि मशीन कार्ड रीड नहीं कर रही थी. अंतत: मायूस होकर लौटना पड़ा.