हाइकोर्ट की अनापत्ति मिलते ही अासनसोल बना जिला
आसनसोल. आसनसोल और दुर्गापुर महकमा इलाकों में निवास कर रहे 18 लाख से अधिक निवासियों की चिरप्रतीक्षित मांग आखिरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूरी कर दी. आसनसोल को जिला बनाने की विधिवत घोषणा उन्होंने सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में की. आसनसोल के साथ ही झाड़ग्राम तथा कालिम्पोंग को भी जिला बनाया गया है. हालांकि […]
आसनसोल. आसनसोल और दुर्गापुर महकमा इलाकों में निवास कर रहे 18 लाख से अधिक निवासियों की चिरप्रतीक्षित मांग आखिरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूरी कर दी. आसनसोल को जिला बनाने की विधिवत घोषणा उन्होंने सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में की. आसनसोल के साथ ही झाड़ग्राम तथा कालिम्पोंग को भी जिला बनाया गया है. हालांकि तकनीकी कारणों से बशीरहाट व सुंदरवन को जिला बनाने का मामला लंबित हो गया है.
मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी ने कहा कि राज्य में नये जिलों में जिला अदालत तैयार करने के लिए हाईकोर्ट से उसकी इजाजत लेनी पडती है. इसलिए राज्य सरकार ने कलकता हाइकोर्ट से पांच जिलों के गठन की इजाजत देने का आवेदन किया था. अदालत ने राज्य सरकार के आवेदन पर तीन जिलों के गठन की तो इजाजत दे दी. पर फिलहाल बशीरहाट व सुंदरवन को जिला बनाने के लिए हाइकोर्ट ने मंजूरी नहीं दी है. अदालत की मंजूरी मिलते ही इन तीन जिलों में जिलों के गठन की प्रक्रिया आरंभ हो जायेगी. जिला एसपी व डीएम समेत प्रशासनिक दफ्तरों का निर्माण करना होगा. इसका जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री ने तीन टीम का गठन किया है.
जो प्रक्रिया की देख रेख करने के लिए वहां जायेंगे. उन्होंने कहा कि आसनसोल जाने वाली सरकारी टीम का नेतृत्व राज्य के गृह सचिव मलय दे करेंगे, जबकि राज्य पुलिस महानिदेशक सुरजीत कार पुरकास्थ्य एवं कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार झाड़ग्राम जायेंगे. वहीं कालिम्पोंग जाने वाली टीम का नेतृत्व मुख्य सचिव बासुदेव बनर्जी करेंगे. नये जिलों का उदघाटन अगले वर्ष अप्रैल में किया जायेगा. फिलहाल राज्य में जिलों की संख्या 20 है. इन तीन जिलों के गठन के साथ पश्चिम बंगाल में जिलों की संख्या बढ़कर 23 हो जायेगी. सभी संभावना के बाद ममता बनर्जी ने अलीपुरद्वार को जिला बनाया था.