सीएमएस का एक दिवसीय सम्मेलन आज

परासिया कोलियरी में इसका उद्घाटन करेंगे एटक के प्रदेश अध्यक्ष देवाशीष विभिन्न शाखाओं से चार सौ प्रतिनिधियों की होगी भागीदारी, बनेगी रणनीति आसनसोल. एटक से संबद्ध कोलियरी मजदूर सभा (सीएमएस) का 22वां वार्षिक सम्मेलन रविवार को परासिया कोलियरी परिसर में होगी. इसका उद् घाटन राज्य एटक के अध्यक्ष देवाशीष दत्ता करेंगे. यूनियन के महासचिव सह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2016 9:13 AM
परासिया कोलियरी में इसका उद्घाटन करेंगे एटक के प्रदेश अध्यक्ष देवाशीष
विभिन्न शाखाओं से चार सौ प्रतिनिधियों की होगी भागीदारी, बनेगी रणनीति
आसनसोल. एटक से संबद्ध कोलियरी मजदूर सभा (सीएमएस) का 22वां वार्षिक सम्मेलन रविवार को परासिया कोलियरी परिसर में होगी. इसका उद् घाटन राज्य एटक के अध्यक्ष देवाशीष दत्ता करेंगे. यूनियन के महासचिव सह पूर्व सांसद आरसी सिंह ने कहा कि इस सम्मेलन में चार सौ से अधिक प्रतिनिधि भाग लेगे.
महासचिव श्री सिंह ने कहा कि यूनियन की स्थापना आजादी के पहले ही हो गयी थी. लेकिन इसका निबंधन वर्ष 1955 में कराया गया. कोयला श्रमिकों के हितों में यूनियन ने कई निर्णायक लड़ाइयां लड़ी.
कोयला श्रमिकों को उनके अधिकार दिलाने तथा खदानों में सुरक्षा के मुद्दे पर यूनियन ने अग्रणी भूमिका निभायी. कोयला उद्योग के राष्ट्रीयकरण की लड़ाई में यूनियन की सक्रिय भागीदारी थी. यूनियन के दर्जनों साथियों ने इन संघर्षो में अपनी शहादत दी. उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में देश के कोयला श्रमिकों के समक्ष मौजूदा चुनौतियों व आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की जायेगी तथा यूनियन की नयी कार्यकारिणी का गठन किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि कभी यूनियन के नेतृत्व में कोयला श्रमिकों ने खदानों के राष्ट्रीयकरण की लड़ाई लड़ी थी. लेकिन इस समय खदानों के निजीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़नी पड़ रही है.
केंद्र की एनडीए सरकार पूरी तरह से श्रमिक व उद्योग विरोधी है. कोयला खदानों को निजी मालिकों को आवंटित करने के साथ ही व्यवसायिक उत्पादन करने की भी अनुमति दे दी गयी है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों की सुविधाओं में लगातार कटौती की जा रही है. यहां तक कि समय शेष हो जाने के बाद भी जसवां राष्ट्रीय कोयला वेतन समझौता नहीं हो पायीा है. उन्होंने कहा कि कोयला श्रमिकों को इस चुनौती को स्वीकार करते हुए राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ भी रणनीति तय करनी होगी. उन्होंने कहा कि तृणमूल व भाजपा सरकारें पूरी तरह से फासिस्ट की तरह कार्य कर रही हैं तथा लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमले तेज हो गये हैं.
पूर्व सांसद श्री सिंह ने कहा कि एकदिवसीय सम्मेलन के आरंभ में शहीद वेदी पर श्रद्धांजलि देकर यूनियन का झंड़ोत्ताेलन होगा. इसके बाद एटक के राज्य अध्यक्ष श्री दत्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
इसके बाद उनका सचिव प्रतिवेदन सदन में रखा जायेगा. उस पर चर्चा और संभावित संशोधन के बाद उसे मंजूरी दी जायेगी तथा अंतिम चरण में यूनियन की कार्यकारिणी का गठन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इसीएल की विभिन्न कोलियरियों में सक्रिय यूनियन शाखाओं से चार सौ से अधिक प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे.

Next Article

Exit mobile version