रैंकिंग के लिए प्रबंधन करायेगा सर्वे
गुड इनीसिएटिव. सेल-आइएसपी, टाउनशिप, करीबी गांवों में सफाई का बड़ा अभियान हुआ शुरू सेल-आइएसपी प्रबंधन ने एक दिसंबर से सफाई पखवाड़ा शुरू किया है. इस बार सतत जागरूकता बनाने के लिए कई अहम निर्णय लिये गये है. यदि सभी निर्णय जमीन पर उतर सके तो पूरे पश्चिम बंगाल में यह अपने तरह की विशेष पहल […]
गुड इनीसिएटिव. सेल-आइएसपी, टाउनशिप, करीबी गांवों में सफाई का बड़ा अभियान हुआ शुरू
सेल-आइएसपी प्रबंधन ने एक दिसंबर से सफाई पखवाड़ा शुरू किया है. इस बार सतत जागरूकता बनाने के लिए कई अहम निर्णय लिये गये है. यदि सभी निर्णय जमीन पर उतर सके तो पूरे पश्चिम बंगाल में यह अपने तरह की विशेष पहल होगी तथा संयंत्र परिसर, टाउनशीप इलाका तथा आसपास के ग्रामीण इलाके सफाई में अपना विशेष स्थान बनाने में सफल रहेंगे.
बर्नपुर. इस्को इस्पात संयंत्न में एक दिसंबर को पुन: शुरू हुए सफाई पखवाडा के तहत सभी विभागों में कर्मियों के स्तर से सुनियोजित तरीके से साफ-सफाई बेहतर करने पर कार्य जोर-शोर से चल रहा है. इसी के अंतर्गत संयंत्न प्रबंधन ने बर्नपुर गल्र्स हाइ स्कूल व बर्नपुर बॉयज हाइ स्कूल में स्वच्छता अभियान चलाया.
इस दौरान विद्यालयों में परिसर की सफाई, निजी स्वच्छता, वृक्षारोपण एवं स्वच्छता आधारित गतिविधियां संचालित हुयी. उप महाप्रबंधक (कार्मिक-गैर संकार्य व राजभाषा) बीके श्रीवास्तव, उप प्रबंधक (शिक्षा) केएन भट्टाचार्या, गल्र्स स्कूल की प्राचार्या पूनम हेम्ब्रम, बॉयज स्कूल के कार्यवाहक प्राचार्य रामाश्रय यादव ने मौके पर छात्नों को प्रेरित करते हुए झाडू उठाकर विद्यालय परिसर में सफाई की. स्कूली लड़कों ने भी अपना योगदान करते हुए अपने क्लासरूम की सफाई की व विद्यालय परिसर में कंटीली घास व झाड़ियों की सफाई की.
उपस्थित सभी लोगों ने स्कूल परिसर व वातावरण को स्वच्छ तथा निर्मल बनाये रखने के लिए शपथ सी. इसके साथही अभियान का समापन हुआ.
इस उपलक्ष्य पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश कुमार राठी ने कहा कि स्वच्छता के प्रति सजग रहने और उसके लिए समय देने में ही सबकी और पूरे देश की भलाई है. सफाई पखवाडा के तहत अगले पंद्रह दिनों में इस्को स्टील प्लांट द्वारा स्वच्छता में वृद्धि लाने के लिए अनेक कार्यक्र म किये जायेंगे. पहली बार स्वच्छ बर्नपुर सर्वेक्षण कि या जायेगा.
इसके अंतर्गत संयंत्न के अन्दर सभी विभागों और कार्यालयों का सबसे साफ सुथरा से सबसे गंदा की श्रेणी में रैंकिंग की जायेगी. इस रैंकिंग के निर्णय के लिए जजों का एक पैनल हरेक विभाग और कार्यालय का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करेंगा कि स्वच्छता और सफाई के सतत बढ़ोतरी के लिए क्या कदम उठाये गये हैं तथा इसके क्या प्रतिफल हो रहा है.
कार्यपालक निदेशक (कार्मिक व प्रशासन) शीतांशु प्रसाद ने कहा कि इस सर्वेक्षण की शुरु आत करने का मकसद है विभागों में सफाई और स्वच्छता के लिए प्रतिस्पर्धा लाना. ताकि वे अच्छे रैंकिंग पाने के लिए परस्पर कार्यशील रहें. सभी विभागों को एक निश्चित मानदंड के प्रति रेटिंग करने के पश्चात उनके फाइनल रैंकिंग की घोषणा की जाएगी . कुछ ऐसा ही रैंकिंग का कार्यक्र म बर्नपुर टाउनशिप में, कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत कंपनी द्वारा अपनाये गये आसपास के गांवों में, बर्नपुर अस्पताल में तथा कंपनी द्वारा चलाये जा रहे विद्यालयों में भी किया जायेगा.
एक साल तक वैध रहेगी सर्वेक्षण की रैंकिंग
सनद रहे कि स्वच्छ बर्नपुर सर्वेक्षण की रैंकिंग एक साल तक वैध रहेगी और अगले साल के अंतिम महीने में फिर से यह प्रक्रि या शुरू की जायेगी . इसके साथ ही ‘क्लीन बर्नपुर पहल’ नामक थीम पर पोस्टर तथा लोगो बनाने की भी प्रतियोगिता शुरू की गयी है. सबों के लिए लघु निबंध लेखन प्रतियोगिता भी आयोजित हो रही है, जिसके तहत उन्हें ‘अगर बर्नपुर शहर की सफाई की जिम्मेदारी मेरी होती तो’ शीर्षक पर अपने विचार एक हजार शब्दों में भेजना है.
इसके साथ ही ऐसे कलाकारों के लिए भी प्रतियोगिता है, जो कचरों से कुछ नयी कलाकृति बनाते हैं. उम्मीद है कि इन सब कदमों से बर्नपुर में सफाई और स्वच्छता में बदलाव आयेगा. एक ओर जहां इस्को स्टील प्लांट निरंतर प्रयास कर रहा है कि सफाई बढ़े, नगर के निवासी भी इस पहल में भागीदार बन कर आस पास फैल रही गंदगी व स्वच्छता पर अंकुश लगायेंगे.