आसनसोल स्टेशन परिसर में स्वामी रामकृष्ण परमहंस की जीवंत प्रतिमा

आसनसोल : आसनसोल स्टेशन परिसर में मंगलवार की सुबह को नदिया जिले के शांतिनगर के निवासी विश्वनाथ घोष ने स्वामी रामकृष्ण परमहंस की प्रतिमा बन कर काफी समय तक अपनी कला का प्रदर्शन किया. रेल यात्रियों को लग ही नहीं रहा था कि वह जीवित प्राणी है. सबको प्रतिमा होने का अहसास हो रहा था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2016 7:44 AM
आसनसोल : आसनसोल स्टेशन परिसर में मंगलवार की सुबह को नदिया जिले के शांतिनगर के निवासी विश्वनाथ घोष ने स्वामी रामकृष्ण परमहंस की प्रतिमा बन कर काफी समय तक अपनी कला का प्रदर्शन किया. रेल यात्रियों को लग ही नहीं रहा था कि वह जीवित प्राणी है. सबको प्रतिमा होने का अहसास हो रहा था. सच्चाई से अवगक होने के बाद कई रेलयात्रियों ने उसकी कला की तारिफ की. उसे आर्थिक सहयोग भी दिया.
विश्वनाथ ने बताया कि वह दसवीं पास है. शांतिनगर के फोटी मॉडल ट्रैनिंग स्कूल से स्वतंत्रता सेनानी, भगवान सहित नामचीन लोगों के मॉडल बनने का प्रशिक्षण प्राप्त किया है.
उन्होनें कहा कि नोट बंदी के बाद उनकी कला पर भी असर होने पड़ा है. वह नदिया जिला से दूर आसनसोल, बिहार, झारखण्ड के विभिन्न शहरों में अपनी कला को दिखाकर अपने तथा अपने परिजनों का भरण पोषण कर रहा है. उन्होनें कहा कि इस कला का सम्मान देने वाले आसनसोल में बहुत है, जिससे उसके जैसे मॉडल बनने वाले कलाकारों को काफी उत्साह मिलता है.

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