नर्सिंग होम में परिजनों का हंगामा
रानीगंज. रानीगंज के अस्पतालों एवं नर्सिंग होम में कार्यरत चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही बरतने की िशकायत अक्सर सामने आ रही है. उनकी लापरवाही से मरीजों की मौत के एक के बाद एक मामला सामने आने से लोगों का िवश्वास धीरे-धीरे यहां के अस्पताल एवं उसके चिकत्सकों पर से उठता जा रहा है. शुक्रवार को […]
रानीगंज. रानीगंज के अस्पतालों एवं नर्सिंग होम में कार्यरत चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही बरतने की िशकायत अक्सर सामने आ रही है. उनकी लापरवाही से मरीजों की मौत के एक के बाद एक मामला सामने आने से लोगों का िवश्वास धीरे-धीरे यहां के अस्पताल एवं उसके चिकत्सकों पर से उठता जा रहा है. शुक्रवार को 83 वर्षीय देवकीनंदन प्रसाद की इलाज के क्रम में मौत हो गयी. परिजनों ने चिकित्सक पी कर्मकार पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुये सीआरसोल स्थित पीएन मालिया नर्सिंग होम में जमकर हंगामा िकया. घटना की खबर पाकर मौके पर रानीगंज एवं पंजाबी मोड़ पुिलस पहुंची और स्थित को िनयंत्रित िकया.
मृतक की बहू सबिता दास ने बताया िक उनके ससुर को सांस की बीमारी थी. 15 महीने से अधिक समय से डॉक्टर पी कर्मकार उनका इलाज कर रहे थे. गुरुवार को अचानक उनकी तबीयत िबगड़ गयी. वह घरवालों के साथ उन्हें लेकर डॉ कर्मकार के चेंबर पहुंची. डॉक्टर ने उन्हें देखने के बाद दवा दी और घर जाने को कहा. दवा खाने के कुछ देर बाद घर वापस ले आने के क्रम में उनकी तबीयत बहुत ज्यादा िबगड़ गयी. रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ िदया. घरवाले उन्हें पुन: चेंबर लेकर पहुंचे. लेिकन वहां कहा गया िक चिकित्सक नर्सिंग होम चले गये. हम सभी नर्सिंग होम पहुंचे लेिकन वहां भी उनके बारे में सही जानकारी मुहैया नहीं करायी गयी. मोबाइल पर कॉल करने पर वह डायवर्ट हो जा रहा था.
इससे गुस्साये परिजनों ने नर्सिंग होम के समक्ष हंगामा शुरू कर िदया. खबर पाकर पुिलस पहुंच गयी. पुिलस ने लोगों को आश्वासन देकर शांत कराया. सबिता के िपता रानीगंज के रामबागान िनवासी विजय कुमार सिन्हा ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुये कहा िक डॉक्टर कर्मकार यदि उन्हें भरती ले लेते तो शायद उनकी मौत नहीं होती. उन्होंने उनकी डिग्री की जांच की मांग करते हुये उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है.
खबर पाकर रामबागान क्षेत्र की टीएमसी शाखाध्यक्ष ज्योति सिंह सहित अन्य कई टीएमसी नेता भी पहुंचे एवं उन्होंने भी मामले की निष्पक्षता से जांच किए जाने की मांग की. दूसरी ओर, घटना के पश्चात डॉ पी कर्मकार अपना चेंबर छोड़कर नदारद हो गये. मोबाइल फोन में कॉल डाइवर्ट कर िदया है. इससे रोगी के परिजनों का गुस्सा और अधिक बढ़ गया है. परिजनों ने इसकी िशकायत रानीगंज थाने में करने की बात कही है.