दोहरा हत्याकांड: रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों ने की थी अतनू, देवाशीष की हत्या

पांच दिनों में हत्याकांड का उद्भेदन करने को पुलिस मान रही बड़ी सफलता आसनसोल : कुल्टी थाना क्षेत्र के श्रीपुर इलाके में कॉलेज मोड़ पुराना पोल्ट्री फॉर्म के निकट आवास में शनिवार रात को हुए दोहरे हत्याकांड मामले में पुलिस ने स्थानीय कौशिक दास उर्फ लाल्टू (24) और गोविंद पात्र (24) को शुक्रवार की रात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2017 9:25 AM
पांच दिनों में हत्याकांड का उद्भेदन करने को पुलिस मान रही बड़ी सफलता
आसनसोल : कुल्टी थाना क्षेत्र के श्रीपुर इलाके में कॉलेज मोड़ पुराना पोल्ट्री फॉर्म के निकट आवास में शनिवार रात को हुए दोहरे हत्याकांड मामले में पुलिस ने स्थानीय कौशिक दास उर्फ लाल्टू (24) और गोविंद पात्र (24) को शुक्रवार की रात गिरफ्तार किया. घटना में लिप्त एक आरोपी फरार है. दोनों आरोपियों को शनिवार को आसनसोल न्यायालय में पेश कर पुलिस ने दस दिन कस्टडी की मांग की.
अदालत ने दोनों आरोपियों की नौ दिन की पुलिस कस्टडी मंजूर कर ली. एडीसीपी (वेस्ट) आनामित्र दास ने बताया कि दोनों आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि दो हज़ार रु पया रंगदारी नहीं देने पर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया. घटना में लिप्त तीसरे आरोपी को पकड़ने के लिये छापेमारी की जा रही है. सीआइडी फिंगर प्रिंट ब्यूरो के अधिकारी आकर घटनास्थल से फिंगरिप्रंट के नमूने संग्रह कर ले गये हैं. हत्या के लिए इस्तेमाल हथियार अब तक बरामद नहीं हुआ है. इसे रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ कर बरामद करना पुलिस का पहला कार्य है.
क्या थी घटना
कुल्टी कॉलेज मोड़ पुराना पोल्ट्री फार्म के निकट अपने आवास में अतनू बनर्जी(58) अकेले रहते थे.उनके घर में श्रीपुर रोड निवासी स्वर्ण व्यवसायी सनातन कर्मकार के पुत्र देवाशिष कर्मकार(27) का काफी आना-जाना था. सनातन कर्मकार ने बताया कि अतनू बनर्जी के साथ उनके पुत्न की काफी बनती थी. वह अक्सर रात को अतनू बनर्जी के घर जाता था और अनेक बार रात को उनके घर मे ही रु क जाता था. शनिवार रात को भी देवाशीष श्री बनर्जी के घर गया था. रविवार सुबह वह घर नहीं आया. श्री बनर्जी के घर पर ताला लगा था. उसका एवं श्री बनर्जी दोनों का मोबाइल स्वीच ऑफ मिलने पर पुलिस में शिकायत की गयी.
पुलिस श्री बनर्जी के घर पर जांच के लिए आई लेकिन ताला बंद देख पुलिस भी लौट गयी. श्री कर्मकार ने पूरी घटना पार्षद रिया चक्र वर्ती और उनके पति पूर्व पार्षद दुलाल चक्र वर्ती को बतायी. इसके उपरांत श्री चक्र वर्ती और स्थानीय लोगों ने मिलकर सोमवार सुबह साढे दस बजे श्री बनर्जी के घर का ताला तोड़ा तो सड़न की बदबू आयी. घर के अंदर जाकर देखा तो चारों ओर खून के धब्बे हैं और दोनों के शव पड़े हैं. तत्काल पुलिस को सूचना दी गयी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच आरम्भ की.
कैसे और क्यों हुई हत्या
हत्या के आरोप में पकड़े गये दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अतनू बनर्जी और देवाशिष दोनों समलैंगिक थे.यह बात पोस्टमार्डम में भी साबित हो चुकी है. शनिवार की रात को देवाशिष को अतनू बनर्जी के घर मे जाते हुये इन लोगों ने देखा. इनके दिमाग मे अतनू और देवाशिष से रंगदारी वसूलने की बात आयी और ये तीन लोग रंगदारी वसूलने के लिए अतनू के घर मे घुस गये. इन लोगों ने अतनू से दो हज़ार की मांग की. अतनू ने देने से इनकार कर दिया. बात बढ़ती चली गयी. अतनू पड़ोसियों से मदद मांगने जैसे ही बाहर निकले इन लोगों ने गमछे से उनका मुंह बांध दिया. इनके पास मांस काटने वाला चापड़ था.
इससे इन लोगों ने सिर पर वार कर दिया. अतनू बाहर ही गिर पड़े. मुंह बंधा होने के कारण कारण कोई आवाज नहीं हुयी. लहूलुहान अतनू को बाहर से घसीट कर ये लोग घर के अंदर लाये. इनलोगों ने देवाशिष से पैसे की मांग की. देवाशिष के पास भी पैसे नहीं थे तो उसने इन्हें अपना एटीएम कार्ड और उसका पिन नम्बर दे दिया. इस बीच इनलोगों ने देखा कि अतनू मर गया है. अब चश्मदीद गवाह देवाशिष को छोड़ना इनके लिये खतरे से खाली नहीं था. इनलोगों ने गमछे से देवाशिष का नाक, मुंह बंद करके सांस रोककर उसकी भी हत्या कर मेनगेट को इस प्रकार ताला लगाया मानो अंदर से बंद है और तीनों वहां से भाग गये.

Next Article

Exit mobile version