अवैध वाटर कनेक्शन जांच में मारपीट
अराजकता : आरके डंगाल में निगम सुपरवाइजर, कर्मियों से दुर्व्यवहार मेयर जितेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में नगर निगम का वाटर विभाग अवैध कनेक्शनों के खिलाफ एक ओर जहां अभियान चला रहा है, वहीं वैध कनेक्शन लेने का ऑफर दे रहा है. इसके बाद भी अवैध कनेक्शन की जांच करने गयी निगम की टीम के साथ […]
अराजकता : आरके डंगाल में निगम सुपरवाइजर, कर्मियों से दुर्व्यवहार
मेयर जितेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में नगर निगम का वाटर विभाग अवैध कनेक्शनों के खिलाफ एक ओर जहां अभियान चला रहा है, वहीं वैध कनेक्शन लेने का ऑफर दे रहा है. इसके बाद भी अवैध कनेक्शन की जांच करने गयी निगम की टीम के साथ स्थानीय निवासियों ने धक्का-मुक्की की. आरोप है कि स्थानीय तृणमूल पार्षद दीपक साव ने उनका समर्थन किया. हालांकि पार्षद श्री साव ने इससे इंकार किया है. लेकिन पूरा प्रकरण काफी निंदनीय है.
आसनसोल : वार्ड संख्या 27 अंतर्गत रामकिशन डंगाल स्थित मागाराम ब्रिज के निकट अवैध पेयजल कनेक्शन की जांच करने पहुंचे बोरो कार्यालय तीन के वाटर विभाग के सुपरवाइजर अमरनाथ गोंन के साथ स्थानीय निवासियों ने सोमवार को दुर्व्यवहार किया. स्थानीय पार्षद दीपक साव केपहुंचने के बाद स्थानीय निवासी और अधिक उग्र हो गये.
सुपरवाइजर श्री गोंड के बाइक की चाबी निकाल ली गयी तथा निगम कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की गयी. आरोप है कि स्थानीय तृणमूल पार्षद दीपक साव ने हमलावरों का समर्थन किया. नगर निगम कर्मियों ने घटना की शिकायत निगम के अधीक्षण अभियंता सुकमल मंडल से की है. श्री मंडल ने कहा कि निगम कर्मी के साथ डयूटी के दौरान दुर्व्यवहार करना अनुचित है. अवैध कनेक्शन की जांच को गये निगम कर्मी के साथ पार्षद को सहयोग करना चाहिए था. दोनों पक्षों को बुलाया गया है. मेयर जितेंद्र तिवारी के समक्ष रिपोर्ट पेश की जायेगी. वे ही इस मामले में उचित निर्णय लेंगे.
सुपरवाइजर श्री गोंन ने कहा कि वार्ड 27 अंतर्गत मागाराम ब्रिज के निकट अवैध पेयजल कनेक्शन की शिकायत मिलने के बाद बोरो नंबर तीन के चेयरमैन गुलाम सरवर के निर्देश पर वे अपनी टीम के साथ अवैध कनेक्शनों की जांच करने पहुंचे.
जांच के क्रम में रूपकथा सिनेमा के पास तीन-चार अवैध वाटर कनेक्शन पाये गये. कनेक्शन की जांच के दौरान स्थानीय निवासियों ने विरोध करना शुरू कर दिया. मौके पर पहुंचे स्थानीय पार्षद दीपक कुमार साव ने निगम प्रशासन की टीम का सहयोग करने के बजाय स्थानीय निवासियों के संग मिल कर उनके साथ दुर्व्यवहार किया. उनकी मोटर साइकिल की चाबी छिन ली गयी. साथ गये गोपाल मिस्त्री, सहायक जोगेंद्र, मंगला के साथ भी धक्का-मुक्की की गयी और सरकारी काम में बाधा पहुंचायी गयी.
पार्षद श्री साव ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया. श्री साव ने कहा कि वर्षों पुराने पाइप लाइन से कनेक्शन लिए गये थे. पाइप के टूट जाने के बाद मेयर श्री तिवारी को जानकारी देकर कनेक्शन लिया गया था. निगम कर्मी के साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं किया गया है. वे निगम प्रशासन के समर्थन के लिए हमेशा तैयार हैं.
पहले भी िनवािसयों ने िकया था दुर्व्यवहार
अमरनाथ गोंड ने कहा िक इससे पहले भी वार्ड 27 में अवैध वाटर कनेक्शन की जांच के दौरान उनके साथ स्थानीय निवासियों ने दुर्व्यवहार किया था. मामले को तुल न देते हुए उस समय उन्होंने किसी प्रकार की शिकायत नहीं की थी. परंतु उसी वार्ड में इस प्रकार की लगातार तीन घटनाएं उनके साथ घट चुकी हैं. आगे से ऐसी स्थिति में काम करने के लिए बोरो स्तर से कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करेंगे. बोरो चेयरमैन श्री सरवर ने कहा कि बोरो अंतर्गत विभिन्न अंचलों में अवैध वाटर कनेक्शन की शिकायतें मिलने पर नियमतह: सुपरवाइजर को जांच के लिए भेजा जाता है. शिकायत सही पाये जाने पर अवैध वाटर कनेक्शन काटा जाता है. श्री गोंन बोरो तीन के वाटर विभाग के सुपरवाइजर हैं.
वे रामकिशन डंगाल इलाके मे ं अवैध कनेक्शन की जांच के लिए गये थे. डयूटी के दौरान स्थानीय लोगों एवं पार्षद ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. यह सरासर गलत है. इन स्थितियों में पार्षद को निगम कर्मी का सहयोग करना चाहिए था जबकि पार्षद दीपक साव ने उलटा कार्य किया.