अंडाल.
अंडाल मोड़ से गत नौ नवंबर से लापता नाबालिग बच्ची(12 वर्षीय) को यहां की पुलिस टीम ने उत्तर प्रदेश के कानपुर से छुड़ा लिया. उसे भगाने के आरोपी युवक अफसर खान(28) को गिरफ्तार कर अंडाल पुलिस टीम से वहां से ट्रांजिट रिमांड पर लायी. गुरुवार को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश करने पर आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. बताया गया है कि आरोपी युवक अंडाल में डिलीवरी ब्वॉय का काम करता रहा है. आरोपी को लेकर जब अंडाल पुलिस आरोपी को पेशी के लिए दुर्गापुर महकमा अदालत ले जानेवाली थी, तभी अंडाल थाना परिसर में भाजपाई और राष्ट्रीय सेविका समिति की सदस्याएं पहुंच गयीं. समिति की कार्यवाहक पूनम पांडेय ने बताया कि वे लोग आरोपी को पकड़ने पर पुलिस को धन्यवाद देने आये थे, लेकिन पुलिस ने कुछ और ही समझ लिया. पुलिस को लगा कि भाजपाई यहां हंगामा करने आये हैं. इसलिए भारी पुलिस की घेराबंदी कर दी गयी और भाजपाइयों को वहां से जाने को कहा गया. इस पर भाजपाई भड़क गये और थाने के बाहर धरना देने लगे. भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष रबींद्रनाथ रॉय ने दावा किया कि गत नौ नवंबर को अंडाल मोड़ इलाके से नाबालिग बच्ची लापता हो गयी थी. काफी खोज के बाद वह नहीं मिली, तो परिजनों की शिकायत पर 11 नवंबर को अंडाल थाने में अपहरण का केस दर्ज कर जांच शुरू की गयी. इस क्रम में अंडाल पुलिस टीम ने कानपुर जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से नाबालिग बच्ची को छुड़ा लिया. घटना के बाद भाजपाइयों ने अंडाल थाने का घेराव भी किया था. उग्र प्रदर्शन के दौरान भाजपाइयों की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई थी. मामले की जांच में पुलिस लग गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है