ऑनलाइन पूजा के नाम पर फर्जीवाड़े के खिलाफ एक्शन

कौशिकी अमावस्या की पूजा को लेकर हरकत में आयी पुलिस

By Prabhat Khabar News Desk | September 2, 2024 1:24 AM

बीरभूम. कौशिक अमावस्या पर ऑनलाइन पूजा के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए तारापीठ मंदिर कमेटी एक्शन में आ गयी है. मामले को लेकर इन फर्जीवाड़ों के खिलाफ जिला पुलिस भी हरकत में आ गयी है. वहीं सिद्धपीठ में पूजा करने वालों की भीड़ को संभालने और सुरक्षा के लिए बीरभूम पुलिस ने कई कदम उठाये हैं. बीरभूम पुलिस अधीक्षक राजनारायण मुखोपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुरक्षा के लिए अपनाये जाने वाले उपायों के बारे में जानकारी दी. इसके अलावा पूर्व रेलवे ने कौशिक अमावस्या पर भक्तों की सुविधा के लिए दो से चार सितंबर तक विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की है. कुल मिलाकर अमावस्या पूजा की अंतिम तैयारी जोरों पर चल रही है. बीरभूम का तारापीठ सिद्धपीठ भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है. अमावस्या पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहता है. लेकिन, कौशिकी अमावस्या के दिन तारापीठ में लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ती है. कहा जाता है कि बामाखेपा ने इसी कौशिकी अमावस्या के दिन तारापीठ में साधना करके सिद्धि प्राप्त की थी. इसलिए इस रात को स्टार नाइट भी कहा जाता है. हालांकि इस कौशिकी अमावस्या पर ऑनलाइन पूजा के नाम पर जमकर ठगी हो रही है. ये मामला खासतौर पर कोविड काल से शुरू हुआ. जब लोग अपने घरों से नहीं निकल पाते थे. हालांकि, इस बार तारापीठ में ऑनलाइन पूजा की कोई व्यवस्था नहीं है. तारापीठ मंदिर कमेटी के अध्यक्ष तारामय मुखोपाध्याय ने कहा कि मंदिर कमेटी की ओर से ऑनलाइन पूजा का कोई प्रावधान नहीं है. अगर किसी के साथ धोखाधड़ी होती है तो वे जिम्मेदार नहीं हैं. इसलिए वे भक्तों से कहते हैं कि ऑनलाइन पूजा के नाम पर वे ठगी का शिकार होने से बचें. मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की गयी है. वे चाहते हैं कि मां तारा के किसी भक्त को किसी भी तरह से कोई धोखा न दे पाये. तारापीठ में कौशिकी अमावस्या को लेकर मंदिर और आसपास के इलाकों को सुरक्षा कवच में लपेट दिया गया है. बीरभूम जिला पुलिस अधीक्षक राजनारायण मुखोपाध्याय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सुरक्षा के लिए 300 अधिकारी, 1700 नागरिक स्वयंसेवक, 200 सीसी कैमरे, 37 ड्रॉप गेट, 10 वॉच टावर, 13 एंटी पेट्रोलिंग टीम और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों सहित 1000 पुलिसकर्मी मुस्तैद किये गये हैं. कौशिकी अमावस्या को लेकर ड्रोन कैमरे से भी निगरानी जारी रहेगी. श्मशान घाटों और द्वारका नदी घाटों पर विशेष निगरानी की जायेगी. शाम के बाद तारापीठ मंदिर से सटे इलाके में चार पहिया वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. तारापीठ में पूजा को लेकर काफी उत्साह है.

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