agriculture bill 2020 : कृषि क्षेत्र को कॉरपोरेट घरानों के हाथों में सौंपने की साजिश है कृषि बिल- आरसी सिंह
कृषि बिल के विरोध में आंदोलन के जरिये वाममोर्चा और कांग्रेस ने काजोड़ा में किया शक्ति प्रदर्शन
आसनसोल/अंडाल : पूर्व सांसद सह भाकपा जिला कमेटी के सचिव आरसी सिंह ने कहा कि सरकारी प्रतिष्ठानों को निजी हाथों में सौंपने का सिलसिला जारी रखते हुए केंद्र की भाजपा सरकार ने कृषि क्षेत्र को भी कॉरपोरेट घरानों को सौंपने की साजिश के तहत किसान विरोधी बिल को हिटलरशाही तरीके से सदन में पास करवाया है.
किसानों की फसल को मिनिमम सपोर्ट प्राइस देने का प्रभोलन देकर सत्ता में काबिज यह सरकार किसान विरोधी बिल पास कर कृषि क्षेत्र में भी कॉरपोरेट घरानों के प्रवेश का रास्ता साफ कर दिया है. इसके विरोध में पूरे देशभर में आंदोलन जारी है और आंदोलन के जरिये ही सरकार को झुकाया जा सकता है.
सारा भारत किसान संग्राम समन्वय कमेटी पश्चिम बर्दवान जिला के बैनर तले वाममोर्चा और कांग्रेस द्वारा कृषि व किसान विरोधी बिल के विरोध में संयुक्त रूप से काजोड़ा मोड़ पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने ये बातें कहीं. सभा की अध्यक्षता सारा भारत कृषक सभा के जिला सचिव प्रियब्रत सरकार ने की.
रानीगंज के विधायक व माकपा नेता रुनु दत्ता, जामुड़िया की विधायक व माकपा नेत्री जहांनारा खान, दुर्गापुर पूर्व के विधायक सह माकपा नेता संतोष देब राय, माकपा के जिला सचिव सह पूर्व विधायक गौरांग चटर्जी, जिला सचिव मंडली सदस्य प्रबीर मंडल, भाकपा राज्य कमेटी के सदस्य प्रभात राय, जिला सचिव मंडली के सदस्य गुरुदास चक्रवर्ती, फॉरवर्ड ब्लॉक के जिला सचिव भवानी आचार्या, आरएसपी के जिला सचिव आशीष बाग, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तरुण राय, भारतीय खेत मजदूर यूनियन के जिला सचिव बिरेश मंडल, डीवाइएफआइ की प्रदेश अध्यक्ष मीनाक्षी मुखर्जी, ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के जिला सचिव राजेन्द्र कुमार राजू आदि अपने समर्थकों के साथ उपस्थित थे.
इस कार्यक्रम के जरिये वाममोर्चा और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से जिला में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया. सभा के उपरांत काजोड़ा मोड़ से रैली निकाली. इसीएल काजोड़ा एरिया कार्यालय के समक्ष एनएच दो अवरोध कर प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया और कृषि बिल की प्रति जलाई गयी. 20 मिनट तक एनएच दो अवरोध रहा. पुलिस के हस्तक्षेप व अनुरोध पर अवरोध समाप्त हुआ.
सारा भारत कृषक सभा के जिला सचिव श्री सरकार ने कहा कि कृषि बिल के लागू होने से किसानों की फसल औने-पौने दामों पर कॉरपोरेट घराने के हाथों में चली जायेगी. किसान फिर से बंधुआ मजदूर बन जाएंगे. कृषि क्षेत्र में भी पूंजीपतियों का वर्चस्व स्थापित हो जाएगा. किसान को न्यूनतम पैसा देकर पूंजीपति फसल खरीदकर उसे ऊंची दामों पर बेचेंगे. जो साधारण जनता की पहुंच से दूर हो जाएगा.
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष श्री राय ने कहा कि भाजपा पूंजीपतियों की सरकार है. हमेशा से उसपर पूंजीपतियों के हितैषी होने का आरोप क्यों लगता रहा है, यह उसने अपने कार्यों से पिछले छह वर्षों में साबित किया है. कृषि बिल के जरिये लोगों के अधिकार को छीनने का प्रयास किया गया है. आगामी दिनों में इसका भयानक परिणाम लोगों के सामने आएगा. इस बिल के विरोध में लोगों का आंदोलन लगातार जारी रहेगा.
फॉरवर्ड ब्लॉक के जिला सचिव श्री आचार्या ने कहा कि मोदी सरकार देश की हर संपत्ति को बेचकर सरकारी सभी सुविधाओं को समाप्त करने का कार्य तेजी से आरंभ किया है. वह जो भी बिल ला रही है या कानून बना रही है, वह सिर्फ पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए है.
आरएसपी के जिला सचिव श्री बाग ने कहा कि कृषि बिल को सदन में हिटलरशाही तरीके से पारित किया गया. किसी की कुछ नहीं सुनी गई. देश एक तानाशाह के हाथ में चला गया है. आगामी दिनों में और भी भयानक परिणाम आने से पहले लोगों को एकजुट होकर इस बिल के विरोध में लगातार आंदोलन करना होगा.
posted by : sameer oraon