बीरभूम से फिर सक्रिय हुए अनुब्रत मंडल लेकिन बदल गया चिर-परिचित अंदाज

गुरुवार को जिले के तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल उर्फ केष्टो यहां गाय बाजार(हाट) मैदान से विजया सम्मिलनी के बहाने राजनीतिक रूप से फिर सक्रिय हो गये, पर इस बार सियासी विरोधियों को घेरने का उनका चिर-परिचित अंदाज बदल गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | October 17, 2024 9:56 PM

बीरभूम.

गुरुवार को जिले के तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल उर्फ केष्टो यहां गाय बाजार(हाट) मैदान से विजया सम्मिलनी के बहाने राजनीतिक रूप से फिर सक्रिय हो गये, पर इस बार सियासी विरोधियों को घेरने का उनका चिर-परिचित अंदाज बदल गया था. इस बार विजया मिलन के मंच से वह शांति व अमन-चैन का राग अलापते हुए देखे-सुने गये. अनुब्रत ने विजया सम्मिलनी के जरिये ब्लॉक दर ब्लॉक पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से संपर्क करके नये सिरे से सक्रिय राजनीति में उतरने की शुरुआत कर दी है. गुरुवार को मुरारई ब्लॉक-01 से अनुब्रत का राजनीतिक कार्यक्रम शुरू हो गया. पशु तस्करी व अन्य मामलों में पहली बीरभूम तृणमूल अध्यक्ष के मुंह से शांति का संदेश सुना गया. मालूम रहे कि पशु तस्करी व वित्तीय धांधली के मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से जमानत मिलने के बाद तिहाड़ जेल से रिहा हुए अनुब्रत मंडल दो साल बाद बोलपुर लौटे. गत 24 सितंबर को उन्होंने बीरभूम की धरती पर कदम रखा, तब से वह नियमित रूप से तृणमूल पार्टी कार्यालय में बैठ रहे हैं. अनुब्रत ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह अक्तूबर की 17 से 30 तारीख तक विजया सम्मिलनी करेंगे. इसकी शुरुआत मुरारई से होगी. बीरभूम तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत ने गुरुवार को मुरारई के गाय बाजार में विजया सम्मिलनी में भाग लिया. इस बार अनुब्रत के कार्यक्रम में कुछ अलग दृश्य दिखा. जो कार्यकर्ता कभी अनुब्रत के सामने नहीं टिक पाते थे, वही मंच पर केष्टो के साथ विराजमान थे. मंच के नीचे भी उत्साहित पार्टी कार्यकर्ताओं में अनुब्रत से मिलने की होड़ मची थी. दूसरी ओर, अनुब्रत मंडल के खास कहे जानेवाले बीरभूम जिला परिषद के सभाधिपति काजल शेख विजया मिलन में नहीं दिखे. अनुब्रत ने मंच पर चारों ओर देख कर काजल शेख को खोजने की कोशिश भी की. फिर मंच से अनुब्रत ने कहा, “हमलोग नेता नहीं, बल्कि कार्यकर्ता हैं. ममता बनर्जी व अभिषेक के लिए आगे बढ़ कर काम करें. जनता के साथ रहें, विकास के साथ डटें. आपस में झगड़े से अच्छा संदेश नहीं जाता है. लड़ाई-झगड़े से दूर रहें.

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